
लोक जनशक्ति पार्टी में चल रहे सियासी घमासान के बीच चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस के खिलाफ हुंकार भरी है. उन्होंने कहा कि, ''मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं... ना मैं पहले डरा हूं और ना ही आगे डरूंगा. बिहार की जनता हमारे साथ है, जनता दल यूनाइटेड की तरफ से बांटने की कोशिश की जा रही है. इन्होंने पहले भी दलितों को बांटने की कोशिश की है.
चिराग पासवान ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि मैं चाहता था कि परिवार की बात बंद कमरे में निपट जाए लेकिन अब ये लड़ाई लंबी चलेगी और कानूनी तरीके से इस लड़ाई को लड़ा जाएगा. चिराग ने कहा कि कुछ दिन से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी इस वजह से वह बाहर नहीं आ रहे थे लेकिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से सबकुछ निपटने वाला नहीं है. यह लड़ाई लंबी चलेगी.
पशुपति पारस गुट द्वारा लगाए गए आरोपों पर चिराग पासवान ने कहा कि अगर किसी फैसले पर दिक्कत थी, तो तभी बात कहनी थी. चुनाव के 6 महीने बाद विरोध जताने का कोई मतलब नहीं है. पशुपति पारस द्वारा बुलाई गई बैठक पर चिराग पासवान ने कहा कि उनके पास इस तरह की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है.
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बता दें कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस की अगुवाई में पांच सांसदों ने चिराग पासवान के कामकाज के तरीके पर सवाल खड़े किए थे, साथ ही अपना अलग रास्ता तय कर लिया था. इस विवाद के बाद चिराग पासवान ने अपने चाचा से मुलाकात करने की कोशिश की थी, हालांकि ऐसा हो नहीं सका.