
कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर अब विरोध के सुर बिहार में भी शुरू हो गए हैं.यहां इस बात का विरोध किसी और ने नहीं बल्कि भाजपा की सहयोगी जीतन राम मांझी की पार्टी HAM ने किया है. पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी ने ट्विटर पर लिखा है, ''वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर यदि तस्वीर लगाने का इतना ही शौक़ है तो कोरोना से हो रही मृत्यु के डेथ सर्टिफिकेट पर भी तस्वीर लगाई जाए. यही न्याय संगत होगा.'' हालांकि बाद में मांझी ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया.
बिहार में भाजपा की सहयोगी हम का कहना है कि डेथ सर्टिफिकेट पर भी पीएम मोदी की तस्वीर होनी चाहिए.वाहवाही लूटें आप, गाली सुने कोई और ...अब ये नहीं चलेगा. HAM के प्रवक्ता दानिश रिज़वान ने कहा है कि संवैधानिक संस्थाओं के सुप्रीमो राष्ट्रपति होते हैं. इसलिए वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर उन्हीं की फ़ोटो होनी चाहिए. कुछ लोग कह रहे हैं कि लोगों में विश्वास जगे इसलिए PM की तस्वीर लगाई जा रही है, लेकिन सरकारी आंकड़ा है कि अब तक 1 फीसदी दलित आदिवासियों ने भी वैक्सीन नहीं लगवाई है. यानी उनमें वैक्सीन को लेकर खौफ है, ऐसी परिस्थिति में राष्ट्रपति की तस्वीर लगाई जानी चाहिए, क्योंकि वो दलित हैं और उनकी तस्वीर से दलितों में विश्वास जगेगा.
उन्होंने आगे कहा कि अगर PM की तस्वीर लगानी ही है, तो राष्ट्रपति के साथ स्थानीय मुख्यमंत्री की भी तस्वीर लगाई जानी चाहिए. वैसे वैक्सीन सर्टिफिकेट के साथ डेथ सर्टिफिकेट पर भी फोटो लगी होनी चाहिए. अगर आप वाहवाही लूट रहे हैं, तो गाली सुनने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. अगर आप वैक्सीन सर्टिफिकेट पर अपना चेहरा चमका रहे हैं तो डेथ सर्टिफिकेट पर भी तो आपकी ही तस्वीर लगेगी न! चेहरा चमकाईये आप, गाली सुने कोई और, अब ये नहीं चलेगा.
आरजेडी ने भी साधा निशाना
मांझी के बयान पर RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उनका सवाल वाजिब. विपक्ष पहले से ही इसपर आपत्ति जताते रहा है. बिहार में इनके दम पर सरकार चल रही है, फिर ये सवाल किससे कर रहे हैं. यानी कोई सहयोगी उनकी नहीं सुन रहा. नीतीश कुमार के इशारे पर आप BJP पर सवाल खड़े करते हैं. अगर आप वाकई तानाशाही के खिलाफ हैं तो सरकार से बाहर निकलिए वरना लोग यही सोचेंगे कि आप सिर्फ सुर्खियां में रहने के लिए सवाल खड़े करते हैं.
पप्पू यादव ने भी साधा निशाना
अक्सर विवादों में रहने वाले बिहार के नेता पप्पू यादव ने भी निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, ''छपास रोग से भयंकर ग्रस्त PM साहब ने कोरोना टीकाकरण प्रमाण पत्र पर भी अपनी मुस्कुराती तस्वीर छपवा ली. किसी देश में ऐसा नहीं है, कोई राष्ट्राध्यक्ष इतना पतित नहीं है. अगर तस्वीर हो तो राष्ट्रपति की हो. बात सही है PM के साथ तो राज्यों के CM की भी तस्वीर होनी चाहिए.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, ''आखिर संघीय व्यवस्था में मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के सहयोगी होते है उनके मातहत नहीं होते. यह कब समझेंगे नरेंद्र मोदी जी?NDA में रहते हुए इस मुद्दे को उठाने के लिए मांझी साहब को आभार! PM साहब को मालूम वह भारत के राष्ट्राध्यक्ष नहीं हैं. वैसे पूर्व CM मांझी जी ने ठीक कहा इस पर किसी की तस्वीर न हो.''
बीजेपी की प्रतिक्रिया
सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की फोटो को लेकर उठ रहे सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर PM मोदी की फ़ोटो पर आपत्ति जताने वालों को अपना ज्ञान वर्धन करना चाहिए. पहले की महामारियों में भारत को विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता था, भारत में पहले किसी वैक्सीन का इजाद नहीं हुआ. पहली बार PM मोदी के नेतृत्व में कोरोना वैक्सीन का इजाद बिहार के वैज्ञानिकों ने किया है. हम बहुत हद तक कोरोना को रोकने में सक्षम रहे हैं जिसकी सराहना WHO भी कर रहा है. हम अपने बचाव के साथ दुनिया के दूसरे देशों की मदद भी कर रहे हैं. अगर PM की दृढ़ इच्छाशक्ति की वजह से ये हो रहा है तो इसका श्रेय उन्हें जाता है. प्रमाण पत्र पर इजाद करने वाले की फ़ोटो से लोगों में विश्वास पैदा होता है.