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30 घंटे से बोरवेल में फंसी 3 साल की बच्ची निकाली बाहर

मुंगेर के एक बोरवेल में फंसी सना को आखिरकार 30 घंटों बाद बचालिया गया. एसडीआरएफ की टीम के इस अभियान में बारिश भी विलेन बनी.

सना को बचाने के लिए जारी है ऑपरेशन सना को बचाने के लिए जारी है ऑपरेशन
सुजीत झा/रोहित कुमार सिंह
  • मुंगेर,
  • 01 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 9:47 PM IST

बिहार के मुंगेर जिले में तीन साल की छोटी बच्ची सना को 30 घंटों के बचाव अभियान के बाद बोरवेल से निकाल लिया गया है. सना को बोरवेल से निकालने के लिए जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तरफ से युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चलाया गया. यह अभियान कल रात से ही चल रहा है.

इससे पहले बचाव टीम ने सना को पानी पिलाया और खाने के लिए चॉकलेट भी दी. उसका पांव फंसा हुआ था, जिसकी वजह से बचाव मे देरी हो रही थी. बच्ची को बचाने के लिए पहले एसडीआरएफ की टीम वहां मौजूद थी. बाद में वहां इस अभियान में एनडीआरएफ की टीम भी शामिल हो गई. शाम को वहां तेज बारिश शुरू हो गई थी, जिससे बचाव कार्य में बाधा आ रही थी.

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घटनास्थल पर एंबुलेंस बुला ली गई. प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया. आसपास के क्षेत्र की बिजली काट दी गई. वहीं पुलिस सना को तुरंत अस्पताल पहुंचाने को ध्यान में रखते हुए सड़क खाली करा रही है. सभी वाहनों को एक दिशा में चलने का निर्देश दिया गया है.

इससे पहले सना तक पहुंचने के दौरान बारिश के कारण गीली मिट्टी से गड्ढा खोदने में दिक्कत आ रही थी. हालांकि आसपास के इलाके को कवर करने के लिए टेंट और तिरपाल मंगा लिया गया था. साथ ही आसपास खड़े वाहनों को भी वहां से हटा दिया गया था. पूरे मामले में मुंगेर एसपी नजर बनाए रहे.

जिला प्रशासन का कहना है कि बच्ची को लगातार बोरवेल में ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है. अभी बच्ची ठीक है. गड्ढे की लंबाई करीब 44 फीट बताई जा रही है.  

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दरअसल, मंगलवार को सना शाम 3 बजे के आसपास घर के पास खुदे बोरवेल में गिर गई. बताया जा रहा है कि सना अपनी नानी की यहां आई हुई थी, जिस दौरान ये हादसा हुआ.

स्थानीय सदर अस्पताल के डॉ. फैज़ मौके पर ही मौजूद हैं और लगातार बच्ची की सेहत पर नज़र बनाई जा रही है. वहां मौजूद SDRF लगातार सीसीटीवी के जरिए बच्ची पर नज़र बनाए हुए है.

एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीत ने बताया कि अभी 42 फिट गड्ढा हुआ है, लगातार काम चल रहा है. गड्ढा खुदाई के लिए करीब 50 मजदूरों को लगाया गया है.

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