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समस्तीपुरः बारिश का पानी घर में घुसा, 3 साल की बच्ची की डूबने से मौत, गुस्से में लोगों ने किया हंगामा

बिहार के समस्तीपुर में इस बार बारिश का कहर कुछ ज्यादा ही रहा. बीते दिनों बाढ़ का पानी एक घर में घुस गया था. उस पानी में एक तीन साल की बच्ची की डूबने से मौत हो गई थी. इसको लेकर समस्तीपुर में गुरुवार को जमकर बवाल हुआ.

लोगों ने सड़कों पर आगजनी भी की. लोगों ने सड़कों पर आगजनी भी की.
जहांगीर आलम
  • समस्तीपुर,
  • 02 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 12:33 AM IST
  • समस्तीपुर में बाढ़ ने मचाया कहर
  • घरों में भर गया था बाढ़ का पानी
  • पानी में डूबने से बच्ची की हुई थी मौत
  • मौत को लेकर लोगों ने रोड जाम किया

बिहार के समस्तीपुर में बाढ़ के पानी से हुई तीन साल की बच्चों की मौत पर बवाल शुरू हो गया है. बच्ची की मौत को लेकर गुरुवार को लोगों ने सड़क जाम कर दी. इतना ही नहीं, गुस्साए लोगों ने सड़क पर आगजनी भी की. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शांत कराने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने. बाद में प्रशासन ने जब गांव में नाला बनवाने का काम शुरू करवाया, तब जाकर लोग शांत हुए.

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बिहार के समस्तीपुर जिले में इस बार बारिश कहर बनकर आई है. घर के घर डूब गए हैं. घरों में पानी भर गया है. शहर के ज्यादातर मोहल्लों में पानी भर गया था. यहां तक कि सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर गया था. 

इसी बारिश के पानी के वजह हुए जलजमाव में एक तीन साल की बच्ची की डूबने से मौत हो गई थी. घर में पानी भर गया था और बच्ची पानी में गिर गई थी, जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई थी.

तीन साल की बच्ची की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- बिहार: समस्तीपुर में बाढ़ जैसे हालात, कई घरों में घुसा पानी, रेलवे ट्रैक भी डूबा

जानकारी के मुताबिक, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के केवस निजामत गांव में एक तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों और सड़कों तक जा पहुंचा था. इसी गांव के रहने वाले संजय दास के घर भी पानी भर गया था. इसी पानी में उनकी तीन साल की बच्ची बिस्तर से गिर गई और डूबने से उसकी मौत हो गई.

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लोगों ने पुलिस की भी नहीं सुनी.

बच्ची की मौत की घटना से गुस्साए लोगों ने गुरुवार को समस्तीपुर-रोसड़ा मेन रोड को ब्लॉक कर दिया. यहां आगजनी भी की और जमकर हंगामा किया. मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन गुस्साए लोगों ने उनकी बात ही नहीं सुनी और पुलिस को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. बाद में प्रशासन ने जेसीबी बुलाकर गांव में नाला बनवाने का काम शुरू करवाया, तब जाकर लोग शांत हुए.

 

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