Advertisement

बिहार में मकर संक्रांति के बाद कैबिनेट का विस्तार, नई डिमांड के साथ कांग्रेस ने नीतीश पर बढ़ाया दबाव!

बिहार में सियासी बदलाव के बाद से 2024 लोकसभा चुनाव का तानाबाना बुना जा रहा है. अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर महागठबंधन में वापसी की थी तो उन्होंने 31 सदस्यीय कैबिनेट का गठन किया था. छह महीने के बाद अब नीतीश कैबिनेट के विस्तार और फेरबदल किए जाने की संभावना है तो कांग्रेस ने भी डिमांड रखना शुरू कर दिया है.

नीतीश कुमार और अखिलेश प्रसाद सिंह नीतीश कुमार और अखिलेश प्रसाद सिंह
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली ,
  • 10 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 2:37 PM IST

लोकसभा चुनाव में अभी भले ही सवा साल का वक्त बाकी है, लेकिन बिहार में राजनीतिक बिसात अभी से बिछाई जाने लगी है. बीजेपी 2024 के लिए तानाबाना बुनने में जुट गई है तो महागठबंधन में वापसी के बाद नीतीश कुमार प्रदेश भर का दौरा कर सियासी माहौल की थाह ले रहे हैं. खरमास के खत्म होने और मकर संक्रांति के बाद सीएम नीतीश अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस ने मंत्रिमंडल में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नए डिमांड के साथ नीतीश पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है.  

Advertisement

बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष बने अखिलेश प्रसाद सिंह नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार में अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की लगातार डिमांड कर रहे हैं. प्रदेश की कमान संभालन के बाद अपनी पहली प्रेस कॉफ्रेंस में ही उन्होंने यह मांग उठा दी थी. अखिलेश प्रसाद ने कहा कि विधानसभा में अपने विधायकों की संख्या के आधार पर कैबिनेट में कांग्रेस के चार मंत्री पद मिलने चाहिए. इस संबंध में सीएम नीतीश कुमार से मैंने बात की है और उन्होंने आश्वासन भी दिया है. 

अभी मंत्रिमंडल में कसके कितने मंत्री?

बता दें कि, नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में बीजेपी से गठबंधन तोड़कर महागठबंधन में वापसी किया था. नीतीश सीएम और तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने थे. 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन किया गया था, जिसमें कांग्रेस कोटे से दो मंत्री बनाए गए थे. इसमें एक आफाक आलम कैबिनेट और दूसरे मुरारी प्रसाद गौतम राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी. आरजेडी कोटे से 16, जेडीयू से 11, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के पास एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री बने थे. 

Advertisement

बिहार विधानसभा सदस्यों के आधार पर कुल 36 मंत्री बन सकते हैं. मौजूदा समय में 31 सदस्यीय कैबिनेट है, जिसके चलते अभी पांच और भी बन सकते हैं. कांग्रेस के 19 विधायक हैं और उसके दो मंत्री बने थे. ऐसे में कांग्रेस नीतीश कैबिनेट में दो मंत्री और चाहती है. अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार में पार्टी की कमान संभालते ही महागठबंधन सरकार में कांग्रेस की ताकत को बढ़ाने के लिए लग गए हैं. 

RJD के दो मंत्रियों का हो चुका है इस्तीफा

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मकर संक्रांति के बाद अपने मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल कर 2024 के चुनाव के समीकरण साधने का दांव चल सकते हैं. सूत्रों की मानें तो कुछ नए चेहरों को कैबिनेट में जगह देने से लेकर कुछ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल किया जा सकता है. आरजेडी कोटे के 16 मंत्रियों में से दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं, वो पद भी खाली है. इस तरह से आरजेडी कोटे से रिक्त सीटों को भर सकती है और जेडीयू अपने कोटे के कुछ मंत्री बना सकती है. ऐसे में कांग्रेस भी अपनी डिमांड रखना शुरू कर दिया है. 

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भागलपुर में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मकर संक्रांति के बाद होने वाले कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस के दो अन्य विधायकों को मंत्री बनाया जाना चाहिए. इस बात को नीतीश कुमार से भी कह चुके हैं और उन्होंने इसके लिए आश्वासन भी दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे के लिए मार्च में विचार-विर्मश करेगी. इस तरह से बिहार में कैबिनेट गठन को लेकर भी सियासी दांव चले जाने लगे हैं. ऐसे में देखना है कि कांग्रेस की डिमांड कितनी पूरी होती है? 
 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement