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'पकड़वा विवाह' में नंबर 1 है बिहार, 2017 में हुईं 3 हजार से ज्यादा युवकों की जबरन शादियां

आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 में 3070, 2015 में 3000 और 2014 में 2526 युवाओं की शादी बंदूक के जोर पर कराई गई.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
केशवानंद धर दुबे
  • पटना,
  • 05 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:26 PM IST

बिहार में युवाओं को किडनैप कर 'पकड़वा विवाह' कराने का चलन बढ़ता ही जा रहा है. अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में 3400 से ज्यादा युवाओं को किडनैप कर उन्हें शादी के लिए फोर्स किया गया.

बिहार के एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि बिहार में पकड़वा विवाह बड़े पैमाने पर कराया जाता है. राज्य में लगभग 3,405 युवाओं को किडनैप कर लिया गया और बंदूक की नोक पर डरा-धमका कर शादी कराई गईं. बता दें कि पिछले महीने पटना के एक गांव में एक इंजीनियर का पकड़वा विवाह करवाया गया था.

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बढ़ता आंकड़ा

आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 में 3070, 2015 में 3000 और 2014 में 2526 युवाओं की बंदूक के जोर पर शादी कराई गई है.

थानों में अलर्ट

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, बिहार में प्रति दिन औसतन 9 पकड़वा विवाह कराए जाते हैं. घटनाओं की बढ़ती संख्या के चलते पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को शादियों के सीजन में अलर्ट रहने के लिए कहा है.

किडनैप कर शादी कराने में बिहार टॉप पर

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 साल से ज्यादा उम्र के युवाओं को किडनैप कर शादी कराने के मामले में बिहार टॉप पर है. राज्य में 2015 में 18 से 30 साल की उम्र के 1,096 युवकों को किडनैप किया गया था. बता दें कि आकड़ों का 17 फीसदी हिस्सा अकेले बिहार का है.  

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दहेज बचाने के लिए करते किडनैप

बिहार में लोगों ने दहेज बचाने के लिए पकड़वा विवाह का तरीका अपनाया है. लड़कियों के परिवार वाले अच्छे लड़कों को किडनैप कर उन्हें डरा-धमका कर शादी करवाते हैं. 

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