
नीतीश कुमार की पहल पर 12 जून को आयोजित होने वाली विपक्षी एकजुटता बैठक अब 23 जून को पटना में होगी. आज जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई तारीख का ऐलान कर दिया. इन दोनों नेताओं ने यह भी साफ कर दिया कि विपक्षी एकजुटता बैठक में राहुल गांधी से लेकर मलिकार्जुन खरगे और अखिलेश यादव, केजरीवाल, ममता बनर्जी, स्टालिन समेत अन्य दलों के नेता शामिल होंगे.
इसके साथ ही बिहार में गठबंधन को लेकर सियासत तेज होती नजर आ रही है. एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है तो वहीं दूसरी तरफ मुकेश सहनी ने गठबंधन के भविष्य पर 25 जुलाई को फैसला लेने का ऐलान कर दिया है.
हम विधायकों के साथ नीतीश से मिले- मांझी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तरफ जहां बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकजुटता बनाने की कवायद में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लोकसभा चुनाव की चिंता सता रही है. जीतन राम मांझी ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. मांझी बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास अपने विधायकों के साथ पहुंचे और लगभग एक घंटे तक नीतीश कुमार से उनकी बातचीत हुई. इस दौरान जीतन राम मांझी के बेटे और नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन भी मौजूद थे.
आपको बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जीतन राम मांझी 5 सीटों पर अपनी पार्टी की तरफ से दावा ठोक रहे हैं. नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मांझी ने कोई बयान तो नहीं दिया, लेकिन माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की दावेदारी और मौजूदा सरकार में एक और मंत्री पद की हिस्सेदारी की बात उन्होंने नीतीश के सामने रखी है. नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू नेता और राज्य के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी से मांझी की पहले ही मुलाकात हो चुकी है और इस दौरान भी सरकार में हिस्सेदारी को लेकर चर्चा की खबरें आईं थीं. अब विपक्षी एकजुटता के प्रयास में जुटे नीतीश पर मांझी अपनी पार्टी के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं.
मुकेश सहनी फैसले के मूड में
उधर बीजेपी से संबंध बिगड़ने के बाद एनडीए सरकार से बाहर किए गए मुकेश सहनी के भी तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं. वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी भी आगामी गठबंधन को लेकर अब फैसले के मूड में नजर आ रहे हैं. मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी 25 जुलाई को पटना में फूलन देवी का शहादत दिवस मनाएगी और इसी दिन सहनी अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर बड़ा ऐलान करेंगे. वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा है कि 25 जुलाई को आगामी गठबंधन को लेकर उनकी पार्टी अध्यक्ष फैसला करेंगे. माना जा रहा है कि एक बार फिर मुकेश सहनी एनडीए के साथ जाने का मन बना चुके हैं और हाल ही में उनकी सुरक्षा में इजाफे को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. इतना ही नहीं मुकेश सहनी ने अपना सरकारी आवास भी खाली कर दिया है. आपको बता दें कि बिहार सरकार में मंत्री पद जाने के बावजूद मुकेश सहनी पर नीतीश की मेहरबानी रही थी और उनका सरकारी बंगला नहीं छीना गया था. जाहिर है जून और जुलाई का महीना बिहार में आगामी चुनाव के पहले गठबंधन के लिहाज से बेहद खास होने वाला है.