
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी में शामिल हो चुके राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के नेता तेजस्वी यादव ने जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) के साथ राजनीतिक संभावनाओं के मसले पर बयान दिया है. दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में अपने निवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था. इसमें उन्होंने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को भी न्योता भेजा था.
इफ्तार पार्टी में पहुंचे तेजस्वी यादव की वापसी के समय नीतीश कुमार खुद उन्हें गाड़ी तक छोड़ने आए थे. इस घटना के बाद राजद और जदयू के बीच सियासी संभानाओं को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. हालांकि, तेजस्वी यादव ने बयान देकर फिलहाल सियासी चर्चा पर ब्रेक लगा दिया है. तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश का उन्हें गाड़ी तक छोड़ने आना बेहद सामान्य बात है. उन्होंने कहा कि जब नीतीश हमारे यहां आए थे तो हमने भी उन्हें दरवाजे तक छोड़ा था. हर बात को राजनीतिक चश्मे से देखना ठीक नहीं है.
क्यों शुरू हुई सियासी बहस?
राजद ने 22 अप्रैल को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था. इस पार्टी में नीतीश कुमार ने शिरकत भी की थी. लेकिन इस पार्टी के बाद बिहार में सियासत गरमा गई थी. दरअसल, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने इफ्तार पार्टी के बाद ऐलान कर दिया था कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच में सीक्रेट डील हो गई है और जल्द ही बिहार में तेजस्वी सरकार बनेगी. कुछ दिन पहले तेजप्रताप यादव ने 'ENTRY NITISH CHACHA' का मैसेज अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसके बाद अटकलों को हवा मिली थी कि तेज प्रताप नीतीश को वापस महागठबंधन में लाने के पक्ष में हैं.
लाउडस्पीकर विवाद पर भी बोले तेजस्वी
तेजस्वी ने लाउडस्पीकर मामले पर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट का आदेश है, इसलिए उसका पालन किया जा रहा है. लेकिन बिहार में ऐसी कोई बात नहीं है, सरकार अगर ऐसा कोई निर्णय लेती है या प्रस्ताव लाती है तो उसके बाद इस पर प्रतिक्रिया दी जाएगी. उन्होंने कहा कि हर किसी को अपना धर्म मानने का अधिकार है. मैं टीका लगाऊं, टोपी या पगड़ी पहनूं इससे क्या फर्क पड़ता है. उन्होंने कहा कि मेरी तो शादी भी अलग धर्म में हुई है, बीजेपी के लोग सिर्फ बांटने की राजनीति करते हैं.