
बिहार के सहरसा जिले की रहने वाली रूबी कुमारी जिसका सदर अस्पताल में टॉर्च की लाइट में ऑपरेशन किया गया उनकी मौत हो गई है. उनकी मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं जिस कर्मचारी शंभू मलिक ने रूबी का ऑपरेशन किया था उसे निलंबित कर दिया गया है.
डॉ अशोक सिंह सिविल सर्जन सहरसा ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शंभू मलिक को निलंबित कर दिया गया है. वहीं अस्पताल में उस वक्त ड्यूटी में तैनात डॉ रतन कुमार से सफाई मांगी गई है. साथ ही अस्पताल के उपाधीक्षक अनिल कुमार से भी मामले में सफाई मांगी गई है.
बता दें कि गंभीर रूप से जख्मी शिक्षिका रूबी कुमारी को उसके परिजन उसे सहरसा के सदर अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए थे. जहां स्वीपर के द्वारा टॉर्च की रोशनी में उसके जख्मी हाथों की सर्जरी की. इसके बाद रूबी कुमारी को रेफर कर दिया गया. बुधवार रात उनकी पटना के एक निजी क्लिनिक में मौत हो गई.
कैसे हुआ हादसा?रूबी कुमारी अपने पति के साथ मॉर्निंग वॉक को निकली थी. घर से निकलने के लगभग आधे घंटे के बाद वापस अपने घर को लौट रहे थे. जैसे ही वे लोग कहरा कुटी मोड़ के समीप पहुंचे तो पीछे से तेज गति से आ रहे पुलिस वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी. दोनों को आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया. जहां उनके पति कौशल किशोर मेहता की मौत हो गई. वहीं शिक्षिका रूबी गंभीर रुप से जख्मी हो गई थीं. अब उनकी भी मौत हो गई है.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश के उन्नाव में टॉर्च की रोश नी में 32 मरीजों की आंख का ऑपरेशन किया गया था. इस घटना के बारे में खबर आते ही यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने उन्नाव के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उनके पद से हटा दिया था.