
बिहार में महागठबंधन सरकार के पांच महीने पूरे होने वाले हैं, लेकिन जेडीयू-आरजेडी नेताओं के बीच रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं. पूर्व कृषि मंत्री व विधायक सुधाकर सिंह आरजेडी के गले की फांस बनते जा रहे हैं. सुधाकर सिंह सीएम नीतीश कुमार को लेकर तीखे शब्दों में हमला कर रहे हैं और उन्हें शिखंडी तक बता दिया. जेडीयू नेता ही नहीं बल्कि महागठबंधन के सहयोगी जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव से सुधाकर सिंह पर एक्शन लेने की मांग उठा दी है. ऐसे में देखना है कि तेजस्वी क्या कदम उठाते हैं?
सुधाकर सिंह आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं. रामगढ़ से आरजेडी के विधायक और महागठबंधन सरकार में कृषि मंत्री थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृषि नीतियों की आलोचना करके जेडीयू नेताओं के निशाने पर आ गए थे. ऐसे में सुधाकर सिंह को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, जिसके चलते जगदानंद सिंह भी नाराज हो गए थे और आरजेडी कार्यालय आना छोड़ दिया था. तेजस्वी यादव दो महीने के बाद किसी तरह उन्हें मनाकर पार्टी दफ्तर लाने में सफल हुए थे.
सुधाकर सिंह ने CM नीतीश को लेकर क्या कहा?
पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह सीएम नीतीश कुमार पर मुखरता से हमला जारी रखे हुए हैं. सुधाकर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिन्हा और कर्पूरी ठाकुर जैसे लोग हैं, जिन्हें बिहार के लोग हमेशा याद रखेंगे. हमारे नेता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद का भी यही हाल है, जिन्होंने प्रदेश के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन नीतीश कुमार का नाम इतिहास में नहीं होगा. वह बिल्कुल याद नहीं रहेंगे. वह शिखंडी की तरह हैं? जिसकी अपनी कोई हैसियत नहीं है.
सुधाकर सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव आज बिहार के मुख्यमंत्री नहीं हैं तो इसके लिए नीतीश कुमार दोषी हैं. नीतीश कुमार नाइट वॉचमैन के रूप में आए थे कि दो चार महीने वह मुख्यमंत्री रहेंगे और फिर तेजस्वी यादव सीएम बन जाएंगे. आज चार से पांच महीना होने जा रहा है तो इसके लिए दोषी नीतीश कुमार हैं. उनसे पूछा जाना चाहिए कि आप क्यों नहीं बनने दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को तुरंत पद छोड़ देना चाहिए और उन्हें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद की पेशकश करनी चाहिए.
यह पहली बार नहीं है कि जब सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा हो. इससे पहले भी अक्टूबर 2022 की शुरुआत में अपने विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर टिप्पणी करने के बाद उन्हें राज्य के कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. जिसके बाद से नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. हालांकि, इस बार उनके बयान को लेकर सिर्फ जेडीयू ही नहीं बल्कि महागठबंधन के सहयोगी और आरजेडी के नेता भी नाराज हैं और सुधाकर सिंह पर महागठबंधन में दरार डालने का आरोप लगा रहे हैं.
शिवानंद तिवारी ने सुधाकर के बयान की निंदा की
आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, मुख्यमंत्री के विरुद्ध राष्ट्रीय जनता दल के विधायक सुधाकर सिंह का बयान घोर निंदनीय है. ऐसा बयान महागठबंधन की एकता के लिए अत्यंत घातक है. आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में गठबंधन को चलाने की सबसे अहम जवाबदेही उसके कंधों पर है. ऐसा लगता है कि सुधाकर जी ने जान-बूझकर गठबंधन को तोड़ने के मकसद से इस तरह का बयान दिया है. शिवानंद तिवारी ने सुधाकर सिंह के बीजेपी के साथ पुराने संबंधों को याद दिलाया और कहा कि इस मामले में जगदानंद सिंह के ही अब दखल देना चाहिए.
सुधाकर के बयान पर जेडीयू ने दी चेतावनी
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि अपने विधायक को समझाइए और बताइए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है. वे उस शख्सियत को 'शिखंडी' कह रहें हैं, जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की 'मर्दानगी' दिखाई थी. वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे. ऐसे बयानों से प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता और जेडीयू के कार्यकर्ताओं की भावना को चोट पहुंचती है. ऐसे बयानों पर जितनी जल्दी रोक लगे उतना सही होगा. महागठबंधन के लिए और शायद आपके लिए भी.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अभद्र टिप्पणी करके सुधाकर सिंह ने साबित कर दिया है कि भले ही वह आरजेडी में हों, लेकिन उनकी आत्मा आज भी उनके पुराने दल बीजेपी के साथ ही है. ऐसे में आरजेडी की जवाबदेही बनती है कि अविलंब सुधाकर सिंह पर कारवाई करे. यही गठबंधन धर्म का पालन होगा.' इस तरह से आरजेडी से लेकर महागठबंधन के सहयोगी तक सुधाकर सिंह को लेकर सख्त रुख अपना रखा है, लेकिन सुधाकर सिंह अपने बयान पर कायम हैं और उपेंद्र कुशवाहा को उनके पुराने बयान की याद दिला रहे हैं.
सुधाकर ने उपेंद्र कुशवाहा को याद दिलाया...
सुधाकर सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को याद दिलाया कि किस तरह से नीतीश कुमार ने उनका अपमान किया था. सुधाकर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मुझे ठीक ठीक याद है कि आपने 9 दिसंबर 2011 को नीतीश कुमार को तानाशाह और अलोकतांत्रिक बताते हुए जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था. उस समय मुझे भी आपके इस वक्तव्य पर आश्चर्य हुआ था, पर आज दूरदर्शिता पर गर्व महसूस होता है. 2018-2019 में आपने नीतीश के कार्यकाल को बिहार का सबसे खराब दौर कहा था, उस समय शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. आपकी नजर में नीतीश कुमार सरकार चलाने के लायक नहीं थे. चार वर्ष पहले आपके द्वारा आयोजित की गई नीतीश हटाओ भविष्य बचाओ पदयात्रा आज भी हमारे जैसे साधारण कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणाश्रोत है. वह जल्द पूरी होगी.
बिहार की सत्ता से नीतीश कुमार को हटाने का सुधाकर सिंह ने बीढ़ा उठा रखा है, जिसे लेकर जेडीयू के तेवर सख्त हो गए हैं. इतना ही नहीं आरजेडी भले ही सुधाकर सिंह के बयान को उनका निजी बयान बताकर पल्ला झाड़ रही हो, लेकिन जेडीयू उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है. सुधाकर सिंह आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं, जिसके चलते तेजस्वी यादव भी कशमकश में फंस गए हैं. मंत्री पद से हटाकर पहले ही जगदानंद को नाराज कर चुकी है और अब एक्शन लेने का साहस जुटा पाएगी. सुधाकर सिंह तेजस्वी यादव के गले की फांस बन गए हैं, क्योंकि एक्शन नहीं लिया गया तो जेडीयू नाराज होगी और कार्रवाई होती है तो जगदानंद सिंह. ऐसे में देखना है कि तेजस्वी इससे कैसे निजात पाते हैं?