
बिहार में बाघों के संरक्षण के लिए मशहूर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) में एक बाघ ने महिला पर हमला कर उसकी जान ले ली. बाघ ने बकरी चराने गई महिलाओं पर हमला कर दिया था, जिसमें एक महिला को बाघ खींच ले गया. घटना की जानकारी होने के बाद इलाके में दहशत फैल गई. ग्रामीणों ने वन टीम को सूचना दी. इसके बाद वन टीम और ग्रामीणों ने जंगल में महिला की तलाश शुरू की. काफी मशक्कत के बाद महिला का शव बरामद किया गया. विभाग मामले की जांच कर रहा है.
जानकारी के अनुसार, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के पास स्थित गांव की महिलाएं बकरियां चराने जंगल गई थीं, तभी अचानक बाघ ने उन पर हमला कर दिया. बाघ एक महिला को खींचकर ले गया. सूचना मिलते ही ग्रामीण महिला को ढूंढने लगे. ग्रामीणों ने वन विभाग को भी सूचना दी. सूचना के बाद चिउटाहा रेंज के रेंजर महेश प्रसाद अपनी टीम के साथ जंगल में पहुंचकर महिला की तलाश करने लगे.
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घंटों मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने महिला का शव बरामद किया. वन संरक्षक डॉ. नेशामनी ने बताया कि महिला बकरी चराने गई थी. बकरी चराते वक्त जंगल के काफी नजदीक पहुंच गई थी. वन संरक्षक ने बताया कि बाघ ने पुरैना कटहा निवासी सुरेश उराव की 40 वर्षीय पत्नी पार्वती देवी पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. जानकारों के अनुसार, टाइगर अपने नेचर के हिसाब से शिकार को कई दिनों तक खाता है. वन विभाग भी डर की वजह से उस स्थान पर नहीं जा रहा है, जहां बाघ के होने की आशंका जताई जा रही है.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के आसपास हाल के दिनों में जानवरों के हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग पूरी तरह अलर्ट नहीं है. विभाग ग्रामीणों को सचेत कर पाने में असफल है, क्योंकि गर्मी की वजह से पानी की तलाश में बाघ जंगल से बाहर आ रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं. वन संरक्षक ने कहा कि पहले भी इस क्षेत्र में लगभग घटनास्थल से 12 किलोमीटर दूर 14 मई को भी बाघ के हमले से एक युवक की मौत हुई थी. उसके बाद लगातार लोगों को सचेत किया जा रहा था. इस क्षेत्र में तीन टाइगर का मूवमेंट देखा जा रहा है. इसे देखते हुए लगातार लोगों को जंगल के पास जाने को लेकर सचेत किया जा रहा है.