
बिहार में जेडीयू में गुटबाजी की सुगबुगाहट है. पार्टी में सब ठीक नहीं चल रहा है. ऐसी चर्चाएं इसलिए हैं क्योंकि आरसीपी सिंह के स्वागत समारोह से उपेन्द्र कुशवाहा नदारद दिखे. हालांकि उन्होंने इस मसले पर कहा कि पार्टी ऑफिस से उनके आने की जानकारी किसी ने नहीं दी थी.
इधर पटना में RCP सिंह का स्वागत किया गया, तो उधर उपेन्द्र कुशवाहा सुबह ही जहानाबाद चले गए. जहानाबाद पहुंचे उपेन्द्र कुशवाहा से जब पूछा गया कि क्या उन्हें RCP सिंह के स्वागत समारोह की जानकारी नहीं थी तो उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी दफ्तर से फोन या पत्र के जरिए कोई सूचना नहीं दी गई. उन्हें पोस्टरों और प्रेस के जरिए ही इसकी सूचना मिली. हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा ने पार्टी में गुटबाजी के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि सब एकजुट हैं, स्थानीय स्तर पर अगर किसी को गलतफहमी है तो उसे दूर कर ले.
उमेश सिंह कुशवाहा ने पोस्टर में नहीं दी उपेंद्र को जगह
कभी ललन सिंह के स्वागत पोस्टर से RCP सिंह की फ़ोटो गायब रहती है तो कभी RCP सिंह के पोस्टर से ललन सिंह की लेकिन हद तो तब हो गई जब दूसरों को प्रोटोकॉल का पालन करने की नसीहत देने वाले JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने अपने ही पोस्टर में JDU के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेन्द्र कुशवाहा को जगह नहीं दी.
बता दें कि जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह 16 अगस्त को पटना पहुंचे थे. उनके स्वागत के लिए जेडीयू दफ्तर में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें दर्जन भर नेताओं की तस्वीर लगी थी लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और पार्लियामेंट्री बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा को इनमें जगह नहीं दी गई थी. इससे पहले जब 31 जुलाई को आरसीपी सिंह की जगह नीतीश कुमार ने ललन सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था, उस दिन पटना के जेडीयू दफ्तर पर लगे बधाई के पोस्टर से आरसीपी की तस्वीर गायब थी. उस पोस्टर के बाद से ही जेडीयू में आंतरिक सियासत के गर्म होने की आशंका जताई जाने लगी थी.