
बिहार (Bihar) में कोरोना (Corona Unlock) की समीक्षा के बाद सभी सरकारी, गैर सरकारी दफ्तरों को सामान्य रूप से खोलने का निर्णय लिया गया है. कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवा चुके लोग ही दफ्तरों में आज सकेंगे. इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों को भी खोलने की इजाजत दी गई है.
बिहार में विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकि शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, ग्यारहवीं और बारहवीं तक के विद्यालय 50% छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे. शैक्षणिक संस्थानों के व्यस्क छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मियों के लिए टीकाकरण की विशेष व्यवस्था होगी. रेस्टोरेंट भी 50% बैठने की क्षमता के साथ खुलेंगे.
सीएम ने ट्वीट करके कहा है कि कोरोना स्थिति की समीक्षा के बाद सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय को सामान्य रूप से खोलने का निर्णय लिया गया है. टीका प्राप्त आगंतुक कार्यालय में प्रवेश पा सकेंगे. उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकि शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, ग्यारहवीं एवं बारहवीं तक के विद्यालय 50% छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे.
शैक्षणिक संस्थानों के व्यस्क छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मियों के लिए टीकाकरण की विशेष व्यवस्था होगी.
बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीते सप्ताह भी कहा था कि 6 जुलाई के बाद स्थिति की समीक्षा करने के बाद शैक्षणिक संस्थान चरणबद्ध तरीके से खोले जाएंगे. सरकार और शिक्षा विभाग दोनों ही इस बात को लेकर तैयार हैं कि बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों में बड़ा अंतराल कम से कम हो, ताकि छात्रों को आगे किसी प्रकार की दिक्कत न हो. कोरोना संक्रमण में सुधार की वर्तमान स्थिति बरकरार रहती है तो 6 जुलाई के बाद सबसे पहले उच्च शैक्षणिक संस्थान खोले जाएंगे.