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बदलती विदेश नीति का असर, सऊदी अरब ने हमारा हज का कोटा बढ़ाया: मोदी

कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता हमारे जवानों के पराक्रम पर संदेह कर रहे हैं. जैसे इन लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे, वैसे ही वे अब आतंकी ठिकानों पर हुए हवाई हमलों का सबूत मांगने लगे हैं. उन्होंने कहा कि आप आश्वस्त रहिए, आपका यह चौकीदार पूरी तरह से चौकन्ना है.

पटना में विजय संकल्प रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में विजय संकल्प रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 7:43 PM IST

पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के इतर देश में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी रैली शुरू हो चुकी है. पटना में विजय संकल्प रैली के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2009 के बाद पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक मंच साझा करते हुए विपक्ष पर हमला बोला, साथ ही कहा कि यह देश की बदलती विदेश नीति का ही असर है कि सऊदी अरब ने हज का कोटा बढ़ाकर 2 लाख कर दिया है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सरकार की विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि सऊदी अरब ने हज का कोटा बढ़ा दिया है. अब इसे बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है. वहीं सऊदी अरब की जेल में बंद 850 भारतीय कैदियों को छोड़ने का फैसला किया गया. मोदी ने कहा कि पिछले दिनों सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस भारत दौरे के दौरे पर आए थे, उनसे मुलाकात के दौरान मैंने उनसे कहा कि हमारे देश का हज का कोटा बढ़ा दीजिए, उन्होंने फौरन हज कोटा को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया. मोदी ने दावा किया कि इतने लोग किसी भी देश से हज करने के लिए नहीं जाते. दुनिया के किसी और देश के लिए इतनी मात्रा में कोटा नहीं बढ़ा.

कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता हमारे जवानों के पराक्रम पर संदेह कर रहे हैं. जैसे इन लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे, वैसे ही वे अब आतंकी ठिकानों पर हुए हवाई हमलों का सबूत मांगने लगे हैं. उन्होंने कहा कि आप आश्वस्त रहिए, आपका यह चौकीदार पूरी तरह से चौकन्ना है.

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में अगर 'महा मिलावट' वाली सरकार होती तो ऐसे बड़े न फैसले होते और न ही गरीबों का किसी तरह से कोई कल्याण होता. इन लोगों की प्रवृत्ति अपना विकास करने की है, देश का विकास करने की नहीं. उन्होंने आगे कहा कि आप सभी साक्षी है, जब हमारे देश की सक्षम सेना आतंक को कुचलने में जुटी है, अब चाहे वो सीमा के अंदर हो या बाहर, ऐसे समय में देश के भीतर ही कुछ लोग देश की सेना का मनोबल बढ़ाने की बजाए ऐसे काम कर रहे हैं, जिससे दुश्मन के चेहरे खिल रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अब नया हिंदुस्तान नई रीति और नई नीति के साथ आगे बढ़ रहा है. अब भारत अपने वीर जवानों के बलिदान पर चुप नहीं बैठता, चुन-चुन कर हिसाब लेता है. दुनिया में कहां, किससे और कैसे बात करनी है, इसका परिणाम क्या होता है. देश अच्छे से समझ रहा है.

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