
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर से विपक्ष पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अब विपक्षी दल ऊटपटांग काम कर रहे हैं और अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं. साथ ही सुरक्षा बलों की बहादुरी पर सवाल उठा रहे हैं.
कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने ट्वीट किया, '' जान की बाजी लगाकर आतंकियों को ललकारते हुए सुरक्षा बलों के जवान अगर मुठभेड़ में विजयी रहें, तो बाटला हाउस जैसी घटनाओं पर सवाल उठाना. सेना सर्जिकल स्ट्राइक करे, तो सबूत मांगना. जस्टिस लोया की स्वाभाविक मृत्यु को साजिश मानने से इनकार करना, सुप्रीम कोर्ट कांग्रेस की राजनीतिक मंशा पूरी न करे तो महाभियोग प्रस्ताव लाने की कोशिश करना और लालू प्रसाद यादव को सजा हो जाए तो न्यायपालिका को जातिवादी बताना ही अब विपक्ष का काम रह गया है.''
उन्होंने कहा कि यही विपक्ष संविधान की रक्षा करने की बात करता है यानी जो संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने वाले लोग हैं, वही संविधान की रक्षा का नाटक कर रहे हैं. बिहार के उप मुख्यमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि नीति आयोग के सीईओ ने जो बिहार के पिछडे़पन का बयान दिया है, वो वर्तमान सरकार पर नहीं, बल्कि लालू-राबड़ी के शासन काल का है.
बीजेपी नेता ने कहा कि सबको मालूम है कि आरजेडी के 15 साल के शासन में सिर्फ जात-पात की राजनीति हुई. विकास के काम ठप रहे. बिहार की सड़कों के गड्ढे राष्ट्रीय उपहास का विषय बने हुए थे. लालू-राबड़ी राज के अंतिम बजट में सामाजिक और भौतिक संरचनाओं पर खर्च के लिए सिर्फ 1205 करोड़ रुपये का प्रावधान था, जबकि हमारी सरकार ने साल 2018-19 के बजट में इसी मद में 32 हजार 581 करोड़ रुपये दिए. दहाई अंकों में विकास दर को पहुंचाने का श्रेय भी एनडीए सरकार को है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग के सीईओ का बयान पिछड़ेपन के अतीत पर था, वर्तमान सरकार पर नहीं.
बिहार के उप मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार जहां एक ओर उत्तर बिहार के पश्चिमी अंचल में बापूधाम (मोतिहारी) को विकास तीव्रता का केंद्र बना रही है, वहीं दूसरी ओर उत्तर-पूर्वी अंचल के विकास का एपिक सेंटर भगवती सीता की भूमि पुनौरा धाम (सीतामढ़ी) को बनाया जा रहा है. 48.52 करोड़ रुपये की योजनाओं का शुभारम्भ हो चुका है. अयोध्या-जानकी मार्ग का निर्माण भी जल्द शुरू होगा.