Advertisement

BJP ने नीतीश और तेजस्वी को याद दिलाया 10 लाख सरकारी नौकरी का वादा, शीतकालीन सत्र में आंदोलन की धमकी

बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने मंगलवार को सीटीईटी-बीटीईटी उम्मीदवारों को अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की, जो पिछले कई वर्षों से सरकारी शिक्षकों की नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं. इस पर तेजस्वी यादव ने उल्टा BJP को ही घेर लिया और कहा कि आखिर इन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे को तो माना.

BJP ने नीतीश और तेजस्वी को याद दिलाया 10 लाख सरकारी नौकरी देने का अल्टीमेटम BJP ने नीतीश और तेजस्वी को याद दिलाया 10 लाख सरकारी नौकरी देने का अल्टीमेटम
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 22 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:00 PM IST

बीजेपी ने नीतीश कुमार सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर वह 13 दिसंबर तक 10 लाख सरकारी नौकरियां नहीं देती है तो वह बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से नहीं चलने देगी. बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने मंगलवार को सीटीईटी-बीटीईटी उम्मीदवारों को अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की, जो पिछले कई वर्षों से सरकारी शिक्षकों की नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

Advertisement

डॉ. संजय जयसवाल ने कहा कि बीजेपी अब सीटीईटी-बीटीईटी उम्मीदवारों का मुद्दा उठाने जा रही है और अगर 13 दिसंबर तक राज्य सरकार ने उन्हें नौकरी नहीं दी तो हम विधानसभा नहीं चलने देंगे. संजय जायसवाल ने कहा कि बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने के मुद्दे पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों को इस पर जवाब देना होगा. 

BJP ने उठाए सवाल

उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर किस आधार पर नीतीश कुमार और तेजस्वी ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था यह बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा को आश्चर्य नहीं है कि तेजस्वी यादव ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि उन्होंने एक झूठा वादा किया था. 

तेजस्वी ने दिया नया मोड़

राज्य में सरकारी नौकरियां प्रदान करने के लिए राज्य सरकार को भाजपा के अल्टीमेटम को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक नया मोड़ दे दिया. उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी के मुद्दे पर बीजेपी का अल्टीमेटम एक स्वागत योग्य कदम है कि भाजपा ने देश में बेरोजगारों को नौकरी देने के एजेंडे को आखिरकार स्वीकार कर लिया है.

Advertisement

तेजस्वी ने उल्टा BJP को घेरा

तेजस्वी यादव ने कहा, 'यह एक स्वागत योग्य कदम है कि भाजपा जो अब तक केवल विभाजनकारी राजनीति और नफरत और हिंसा की राजनीति कर रही थी. अब बेरोजगारों को नौकरी देने के एजेंडे पर काम करने का फैसला किया है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement