
बिहार के मुंगेर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक लड़के ने अपना अपहरण कर इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट किया. फिर पिता से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने लगा. इसके बाद लड़के ने आठ लाख रुपये में पिता से डील फाइनल की. अगले दिन लड़के ने थाने पहुंचकर पुलिस के सामने सरेंडर कर पूरे मामले का खुलासा किया.
दरअसल, मुंगेर के नया रामनगर थाना क्षेत्र के हरदियाबाद के रहने वाले संजय कुमार गुप्ता एलआईसी एजेंट है. वो कोतवाली थाना क्षेत्र के नया टोला शादीपुर में रहते है. बुधवार शाम पांच बजे तक उनका नाबालिग बेटा घर नहीं आया तो परिजनों को उसकी चिंता सताने लगी. कुछ देर बाद पिता के इंस्टाग्राम पर उसका एक वीडियो मैसेज आया. उसमें लड़के के हाथ बंधे हुए थे और उसने बताया कि उसका अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ता ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांग की. मगर, बातचीत के बाद 8 लाख रुपये में डील फाइनल हुई.
रात भर पुलिस लड़के को ढूंढती रही
वीडियो देख घबराए पिता कासिम बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे. मगर, मामला कोतवाली का होने के कारण पुलिस ने मदद करने से मना कर दिया. इसके बाद पिता ने रात करीब 8 बजे कोतवाली थाने पहुंचकर बेटे के अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लड़के की तलाश शुरू की. पुलिस उसके कई दोस्तों के घर जाकर उनसे पूछताछ कर रात भर उसे ढूंढने में लगी रही. मगर, उसका कुछ पता नहीं चल सका.
परिजन की मदद से घटना को दिया अंजाम
इसके बाद नाबालिग लड़के ने गुरुवार को सुबह थाने पहुंचकर सरेंडर किया. फिर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने पूरे मामले का खुलासे किया. लड़के ने पुलिस को बताया कि सोमवार को उसने इंस्टाग्राम पर एक मारपीट का वीडियो पोस्ट किया था. इसके बाद से 50-60 लड़के उसको मारने के लिए ढूंढने लगे. इस डर से वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेनीगीर के रहने वाले एक परिचित के यहां चला गया. वहां उनसे मदद लेकर उसने पूरी घटना को अंजाम दिया.
लड़का अपना बयान लगातार बदल रहा- पुलिस
इस मामले में डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि नाबालिग अपना बयान लगातार बदल रहा है. इस वजह से उस पर शक है. फिलहाल नाबालिग को (जुवेनाइल जस्टिस) जेजे बोर्ड को सौंप दिया गया है. पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि पूरे मामले का खुलासा कर सके.