
देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार आज मंगलवार शाम पांच बजे थम जाएगा. बिहार की मोकामा-गोपालगंज, हरियाणा की आदमपुर, उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ, मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट, तेलंगाना की मुनुगोड़े और ओडिशा की धामनगर विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को मतदान है. उपचुनाव के प्रचार में सियासी दुश्मनी मिटती हुई नजर आई. बिहार में बीजेपी के लिए चिराग पासवान प्रचार करते नजर आए तो हरियाणा में जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने अपने पुराने प्रतिद्धंदी के बेटे के लिए वोट मांगा.
बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव
बिहार में सियासी बदलाव के बाद पहली बार हो रहे उपचुनाव में सियासी दुश्मनी भुलाकर साथ खड़े नजर आए. गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर नीतीश और तेजस्वी की पहली परीक्षा तो बीजेपी के लिए भी इम्तिहान है. मोकामा सीट पर आरजेडी से पूर्व विधायक अनंत कुमार की पत्नी नीलम देवी और बीजेपी से बाहुबली ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी के बीच मुकाबला है. गोपालगंज सीट पर बीजेपी से पूर्व विधायक सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी, आरजेडी से मोहन प्रसाद गुप्ता और बसपा से अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव को मैदान में है.
बिहार में मिटी सियासी दूरियां
पार्टी, पद और बंगला गंवाने के बाद भी चिराग पासवान ने बीजेपी का उपचुनाव में समर्थन किया. चिराग ने उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार भी किया ताकि महागठबंधन के कैंडिडेट को मात दे सकें. इस तरह से बीजेपी के साथ फिर से हाथ मिलने की पठकथा लिख दी है. वहीं, उपचुनाव महागठबंधन के प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है, जिसके चलते तेजस्वी यादव ने पूरी ताकत झोंक दी है. सीएम नीतीश कुमार भले ही बाहुबली अनंत सिंह की पत्नि के चुनाव प्रचार करने नहीं गए, लेकिन गठबंधन की मजबूरी के चलते वीडियो जारी कर मोकामा की जनता से आरजेडी को वोट देने की अपील की. ऐसे में उपचुनाव के नतीजों का असर बिहार की भविष्य की सियासत पर भी पड़ सकता है.
हरियाणा में प्रतिद्वंदी के बेटे के लिए कैंपेन
हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भजनलाल परिवार की साख दांव पर है. बीजेपी से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्वोई, कांग्रेस से जयप्रकाश, इनेलो से कुरडा राम और AAP से सत्येंद्र सिंह मैदान में है. हालांकि, इस सीट का कांग्रेस और बीजेपी के बजाय भूपेंद्र हुड्डा बनाम कुलदीप बिश्नोई के बीच मुकाबला बना चुका है. ऐसे में भजनलाल और देवीलाल परिवार के बीच चली आ रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बावजूद डिप्टीसीएम दुष्यंत चौटाला ने कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई के लिए प्रचार किया. हालांकि, एक समय दुष्यंत चौटाला और कुलदीप बिश्नोई हिसार सीट पर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन अब बिश्नोई बीजेपी के साथ आ गए हैं. कांग्रेस भी इस सीट पर पूरी ताकत झोंक रखी है और हुड्डा परिवार ने मोर्चा संभाल रखा है.
यूपी में बीजेपी और सपा की सीधी लड़ाई
उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में सपा और बीजेपी की सीधी लड़ाई है. सपा से विनय तिवारी मैदान में है तो बीजेपी से पूर्व विधायक स्व. अरविंद गिरि के बेटे अमन गिरी को उतार रखा है. कांग्रेस और बसपा ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, जिसके चलते सपा बनाम बीजेपी के बीच लड़ाई है. बीजेपी हर हाल में इस सीट को अपने पास रखने की कवायद में हो, जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर केशव मौर्य और बृजेश पाठक सहित तमाम दिग्गज नेता ताकत लगा रखी है.
वहीं, सपा आजमगढ़-रामपुर लोकसभा सीट पर मिली हार का हिसाब बराबर करना चाहती है, लेकिन अखिलेश यादव चुनाव प्रचार में नहीं उतरे हैं. यह सीट ब्राह्मण, कुर्मी और मुस्लिम मानी जाती है. ऐसे में देखना है कि इस पर बीजेपी अपनी जीत का परचम बरकरार रखती है या फिर सपा की साइकिल को मिलेगी रफ्तार?
महाराष्ट्र में उद्धव खेमे की राह आसान
महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट सीट पर तीन नवंबर को उपचुनाव है. शिवसेना में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत के बाद मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने यह सीट पर पूर्व विधायक स्व. रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके मैदान में है, जिनके जीत की राह आसान है. इसकी वजह यह है कि एकनाथ शिंद खेम से चुनाव लड़ने रहे बीजेपी नेता पूर्व पार्षद मुरजी पटेल ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी. अंधेरी सीट पर छह उम्मीदवार मैदान में है, जिसके चलते तीन नवंबर को वोटिंग है. उपचुनाव नतीजा के असर बीएमसपी चुनाव पर पड़ेगा.
तेलंगाना की मुनुगोड़े त्रिकोणीय लड़ाई
तेलंगाना में मुनुगोड़े विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को उपचुनाव है. बीजेपी से के. राजगोपाल रेड्डी मैदान में है. रेड्डी अगस्त में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और उनके इस्तीफे के कारण ही उपचुनाव हो रहा है. सीएम केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पूर्व विधायक कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी मैदान में है और कांग्रेस से पलवई श्रावंती मैदान में है.
ओडिशा की धामनगर उपचुनाव
ओडिशा के धामनगर विधानसभा क्षेत्र में तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं. बीजेपी विधायक विष्णु चरण सेठी के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा था. सहानुभूति मतों के आधार पर बीजेपी सेठी के बेटे सूर्यवंशी सूरज को उतारा है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ बीजेडी ने महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य अबंती दास को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अधिवक्ता बाबा हरेकृष्ण सेठी मैदान में है. इस सीट पर दिवंगत विधायकों के परिजन के उपचुनाव को जीतने का अनूठा इतिहास है.