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चमकी बुखार: बिहार विधानसभा के बाहर राजद विधायकों का हंगामा

बिहार में चमकी बुखार से हुई मौतों पर सियासत शुरू हो गई है. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने सोमवार को विधानसभा के बाहर हंगामा किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. अबतक चमकी बुखार से 150 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है.

आंदोलित आरजेडी कार्यकर्ता (फाइल फोटो) आंदोलित आरजेडी कार्यकर्ता (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • पटना,
  • 01 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:38 AM IST

बिहार में चमकी बुखार से हुई मौतों पर सियासत शुरू हो गई है. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने सोमवार को विधानसभा के बाहर हंगामा किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. अबतक चमकी बुखार से 150 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. इस बीच एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को लेकर बिहार विधान सभा में एक स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया गया है.

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पटना में चमकी बुखार को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है. पटना में विधानसभा के बाहर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. सोमवार को सैकड़ों की तादाद में आरजेडी कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर प्रदर्शन के लिए पहुंचे. कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है.

इसके पहले विधानसभा सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने अपने तेवर गर्म करते हुए मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार और कानून-व्यवस्था की गिरती स्थिति को लेकर सदन के बाहर हंगामा किया था और साथ ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की थी.

मॉनूसन सत्र शुरू होने के पहले ही कांग्रेस और भाकपा (माले) के विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने राज्य में फैले एईएस से बच्चों की मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करने की मांग की. प्रदर्शन करने वाले विपक्षी सदस्य अपने हाथों में बड़े-बड़े पोस्टर लेकर यहां पहुंचे थे. आरजेडी की विधान पार्षद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार के चमकी बुखार मामले में असफल होते हुए स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी.

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आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 175 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है पर असंवेदनशील सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के नींद नहीं टूटी है. प्रदर्शन कर रहे भाकपा (माले) के विधायकों ने कहा कि इंसेफेलाइटिस को लेकर बड़ी बैठक के दौरान बच्चों की मौतों के सवाल से ज्यादा स्वास्थ्य मंत्री क्रिकेट का स्कोर जानने में उत्सुक थे. उल्लेखनीय है कि बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में एईएस से 160 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.

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