
भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे बिहार के सीएम नीतीश कुमार खुद भ्रष्टाचार के खिलाफ तकनीक विकसित करने पर बात कर रहे थे. उनके अनुसार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए तकनीक विकसित करना बड़ी चुनौती है. नीतीश कुमार पटना में आयोजित आईटी इन्वेस्टर कॉनक्लेव में बोल रहे थे.
नीतीश कुमार ने कहा कि उनका मानना है कि अगर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की फुलप्रुफ तकनीक विकसित हो जाये तो फिर साइबर क्राइम पर भी अंकुश लग सकेगा. नीतीश कुमार ने निवेशकों से बिहार में निवेश करने की अपील की.
नीतीश कुमार ने कहा कि आईटी क्षेत्र में भारत के लोग दुनियाभर में काम कर रहे हैं. बिहार के भी बहुत सारे युवा इसमें योगदान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में आईटी में बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के लिए संभावनाए है. पटना में भी आईटी टावर के लिए सुविधा उपलब्ध कराई गई. इसी तरह पटना के नजदीक ही बिहटा में आईटी पार्क बनाया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि आईटी क्षेत्र में सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर किसी क्षेत्र में अगर उद्योग लगाना हो, जिसकी लागत कम से कम 5 करोड़ हो और उसमें 50 लोगों की एक्टीविटी हो तो सरकार उसे उच्च प्राथमिकता देगी. ऐसे इकाईयों को सरकार विशेष रियायत देगी. आईटी क्षेत्र के इकाईयों को उत्पादन के पूर्व ही स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क में 100 फीसदी छुट दी जायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में लोग ईमानदार होते हैं और उनमें कार्यक्षमता भी अधिक है.