
बिहार की राजधानी पटना लगातार राज्य में कोविड-19 संक्रमण का केंद्र बिंदु बनी हुई है और पिछले 24 घंटों में ही पटना में 2844 नए मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. राज्य में लगातार कोरोना के रिकॉर्ड टूट रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी डराने लगा है. इसी बीच सीएम नीतीश कुमार की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है. अब पटना का IGIMS अस्पताल पूर्ण रूप से कोविड अस्पताल के तौर पर काम करने जा रहा है.
IGIMS बना पूर्ण कोविड अस्पताल
आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि 1 मई से अस्पताल में 30 ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है जिसके साथ ही अब अस्पताल में कुल 50 आईसीयू बेड और 100 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था हो गई है जहां पर मरीजों का इलाज हो सकेगा. उन्होंने कहा है कि हम लोग जल्द ही बेड की संख्या को और ज्यादा बढ़ा पाएंगे. जैसे ही हमें और संसाधन उपलब्ध हो जाएंगे बेड की संख्या को अस्पताल में बढ़ाया जाएगा. वहीं इस बात की भी जानकारी दी गई है कि IGIMS में तमाम मरीजों का कोविड इलाज मुफ्त में होगा.
अभी के लिए IGIMS में ओपीडी और सर्जरी विभाग को बंद कर दिया गया है. अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी संक्रमित मरीजों का ही दाखिला लिया जाएगा. कोरोना के महासंकट के बीच इस फैसले को काफी निर्णायक माना जा रहा है और उम्मीद की जा रही है कि अब मरीजों को बेड के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा. वैसे राज्य सरकार की तरफ से अब बेड की संख्या तो बढ़ाई जा रही है लेकिन कोरोना की स्पीड पर रोक लगती नहीं दिख रही है.
बिहार में कोरोना बेकाबू
पिछले कई दिनों से सक्रमित मरीजों का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ा है और स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमराती दिखी हैं. बिहार सरकार की तरफ से नाइट कर्फ्यू तो लगाया गया है, लेकिन उसका असर देखने को नहीं मिला. इस बीच कुछ विपक्षी पार्टियों की तरफ से अब मांग की जा रही है कि राज्य में भी संपूर्ण लॉकडाउन लगा देना चाहिए, लेकिन सरकार की तरफ से इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. अब जिस तेजी से मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में सीएम नीतीश कुमार कोई कठोर फैसला लेने को मजबूर हो सकते हैं.