
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को बिहार में महागठबंधन सरकार से कहा कि वह राज्य में बीजेपी नेताओं के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल करे. सीपीआई के राष्ट्रीय सचिल अतुल अंजान ने मांग की है कि राज्य में बीजेपी नेताओं की गलत तरीके से बनाई गई संपत्ति पर एक श्वेत पत्र लाना चाहिए ताकि इस धारणा को खारिज किया जा सके कि केवल विपक्षी दल ही भ्रष्ट हैं.
मीडिया से बात करते हुए अतुल अंजान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव संबंधित अधिकारियों को निर्देश दें कि वे सार्वजनिक जमीन पर अतिक्रमण करने वाले बीजेपी नेताओं से संबंधित निर्माणों की पहचान करें और उन्हें गिराएं. अब बीजेपी के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इसके साथ ही सीपीआई नेता ने कहा कि अगर नीतीश और तेजस्वी ऐसा करने से रोकते हैं तो हम इसे उनकी ओर से नैतिक साहस की कमी के रूप में लेंगे.
सीपीआई नेता ने कहा कि उनकी पार्टी अन्य वाम दलों- सीपीआई (एमएल) और सीपीआई (एम) से इतर राज्य कैबिनेट में शामिल होने के लिए अभी भी तैयार है. बता दें कि सीपीआई (एमएल) और सीपीआई (एम) ने कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया है. अतुल अंजान ने कहा कि हालांकि उन्हें अब तक इसको लेकर कोई प्रस्ताव नहीं मिला है और हम गठबंधन सहयोगियों के बीच एकता की कीमत पर मंत्री पद नहीं चाहते हैं.
पीएम की उम्मीदवारी पर टाला सवाल
वहीं नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने कहा कि सीपीआई का मानना है कि वह देश में विपक्षी दलों के बीच एकता कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. हालांकि उन्होंने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मैटेरियल पर पूछे गए सवाल को टाल दिया. उन्होंने कहा कि जब हम पुल तक पहुंचेंगे तो उसे पार भी कर लेंगे. हमें बच्चे के जन्म से पहले ही उसका नाम रखने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
लालू यादव ने रोकी थी आडवाणी की रथयात्रा
अंजान ने कहा कि कमजरो कांग्रेस ने बीजेपी को साहस दिया था और उसके अश्वमेध यज्ञ ने बिहार ने रोका है. यही वो भूमि है, जिसने आडवाणी की रथ यात्रा को रोका था. आरजेडी प्रमुख और तत्कालीन सीएम लालू यादव ने अक्टूबर 1990 में समस्तीपुर में आडवाणी की राम रथयात्रा रोक दी थी.
सांप्रदायिकता पर जताई चिंता
सीपीआई नेता अंजान ने देश में सांप्रदायिकता का मुकबला करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जोकि 'एक ओर पैगम्बर की बदनामी और दूसरी ओर सर तन से जुदा' में प्रकट हो रही थी. उन्होंने मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने और विदेशी मुद्रा भंडार और रुपये में गिरावट की स्थिति में "विंडो ड्रेसिंग" में लिप्त होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सीपीआई राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. अंजान ने भुगतान संतुलन के लिए मोदी सरकार को दोषी ठहराया और पड़ोसी देश द्वारा कथित रूप से अतिक्रमण किए गए क्षेत्र पर "श्वेत पत्र" लाने की चुनौती दी.