
बिहार की राजधानी पटना में पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद ने भयानक झगड़े का रूप ले लिया जिसके बाद पांच लोगों को गोली मार दी गई. इस घटना में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि तीन की हालत गंभीर बनी हुई है.
पटना सिटी के जेठुली इलाके में पार्किंग को लेकर गोलीबारी होने के बाद गुस्साए लोगों ने आरोपी के घर और गाड़ियों में आग लगा दी. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को भी लोगों के गुस्से का सामने करना पड़ा और भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इलाके में भारी फोर्स की तैनाती की गई है.
क्या है पूरा मामला
इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने बताया कि जेठुली में उमेश राय नाम का एक दबंग व्यक्ति रहता है जिसका काम लोगों की जमीन हड़प कर गलत तरीके से पैसा कमाना है. उसके कई राजनीतिक पार्टियों से भी अच्छे संबंध हैं. उसी से पार्किंग से गाड़ी निकालने को लेकर झड़प हो गई. मृतक के परिजनों का जहां पार्किंग स्थल है, वहीं पर उमेश राय अपने ट्रैक्टर से गिट्टी गिरा रहे थे, जिसके कारण पार्किंग स्थल का रास्ता ब्लॉक हो गया और गाड़ी निकालने को लेकर विवाद शुरू हो गया.
इसके बाद आरोप है कि दबंग उमेश राय के लोगों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी जिसमें पांच लोगों को गोली लग गई. गौतम नाम के युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि 4 लोग बुरी तरह घायल हो गए. घायल रौशन कुमार ,नागेंद्र राय ,चनारिक राय और मोनारिक राय को पहले एनएमसीएच लाया गया जिसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. पीएमसीएच में रौशन कुमार की मौत हो गई है जबकि दो की हालत चिंताजनक है.
भीड़ ने घर-गाड़ियों को फूंका, जिंदा जलाने की मांग
भीषण गोलीबारी के बाद पूरे गांव के लोग एक जगह इकट्ठा होकर आरोपी उमेश राय ,राम प्रवेश राय ,बच्चा राय ,रितेश राय ,संजीत राय के घर पर धावा बोल दिया. भीड़ ने उनके घर, कम्यूनिटी हॉल, घर की पार्किंग में खड़ी कारों में आग लगा दी. जब बवाल की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
आक्रोशित लोगों ने पटना-फतुहा पुरानी बाइपास रोड को पूरी तरह से जाम कर दिया, आक्रोशित भीड़ किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थी और आरोपियों के पूरे परिवार को जिन्दा जलाने की मांग कर रही थी. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उमेश राय के परिवार की जान बचाई. हालांकि इस पूरे बवाल के दौरान पुलिस के बड़े अधिकारी मौके से नदारद रहे.
क्या मौके से भाग गई थी पुलिस
रिपोर्ट के मुताबिक जिस समय बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी क्राइम मीटिंग कर रहे थे और पुलिस महकमे को पूरी तरह मुस्तैद रहने का पाठ पढ़ा रहे थे, उसी समय राजधानी में दबंगों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग की जा रही थी.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि गोलीबारी की घटना नजदीकी नदी थाना क्षेत्र और पुलिस की डॉयल 112 पीसीआर गाड़ी के सामने हुई. लोगों के मुताबिक गोलीबारी देखकर पुलिस मौके से भाग गई.
मृतक के परिजनों ने कहा कि अगर पुलिस चाहती तो यह घटना रुक सकती थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी के परिजनों को सह दिया जिसके कारण आरोपी उमेश राय और जेठुली के मुखिया बच्चा राय का साहस बढ़ गया और वो लोग ताबरतोड़ गोलियां बरसाने लगे.
पुलिस ने क्या कहा?
वहीं इस घटना को लेकर पटना एसएसपी ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि पंचायत चुनाव के वक्त दोनों पक्षों में सहमति बनी थी. बाद में यह सहमति नहीं रही जिस कारण दोनों के परिजनों में तनातनी चल रही थी, इस मामले में अभी तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं घटना को लेकर पटना (ग्रामीण) एसपी इमरान मसूद ने कहा कि छोटी सी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ था जिसमें बाद में गोलीबारी होने लगी. हमें खबर है कि एक शख्स की मौत हो गई जिसके बाद गांव में हिंसा हुई. पुलिस फोर्स गांव पहुंची थी लेकिन वहां भीड़ के हिसाब से फोर्स नहीं थी जिस वजह से हमें नियंत्रित करने में समय लग रहा है.
उन्होंने कहा कि और फोर्स अभी मंगाई गई है, गांव में जाकर हम स्थिति सामान्य करने की कोशिश करेंगे. दोषियों को पकड़ा गया है.