
बिहार में दरभंगा मेडिकल कॉलेज (Darbhanga Medical College) के गेस्ट हाउस में डॉक्टरों की शराब पार्टी का मामला गरमाया हुआ है. जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने इस शराब पार्टी की तस्वीर शेयर की थी. साथ ही सरकार पर निशाना साधते हुए कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद डीएमसीएच में छापेमारी भी हुई. इसमें तीन बोतल शराब बरामद हुई. साथ ही आयोजन सचिव डॉ. मोहम्मद सलीम अहमद और अन्य के खिलाफ दरभंगा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
अब इस मामले में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये घटना बहुत शर्मनाक है. इस पर सरकार को कड़ी से कड़ी कारवाई करनी चाहिए. वहीं, जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा है कि पुलिस ने संज्ञान लिया है. शराब भी जब्त हुई है. निश्चित रूप से सरकार कार्रवाई करेगी. शराब पार्टी में शामिल लोगों की पहचान हो रही है. मगर, डॉक्टर्स का इस तरह का कृत्य जघन्य अपराध है.
'नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े रहते हैं'
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार में शराबबंदी है लेकिन हर जगह शराब मिल रही है. यही नहीं नकली शराब परोसी जा रही है. इससे लोग मर रहे हैं. नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े रहते हैं. इनकी पुलिस शराब बनवाने में लगी है.
'बिहार में गरीबों के लिए अलग काननू है?'
बताते चलें कि शराब पार्टी की तस्वीर को जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स) पर शेयर कर सरकार को कठघरे में खड़ा किया था. उन्होंने कहा, बिहार में गरीबों के लिए शराबबंदी का अलग काननू है और DMCH के प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग कानून है क्या?
आगे उन्होंने कहा, "दरभंगा में 'पेडिकॉन कांफ्रेंस' में शराब परोसी जा रही थी. डॉक्टर लोग लुत्फ उठा रहे थे. प्रशासन सोया हुआ था. आखिर कब तक यह चलेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी संज्ञान लें". जानकारी के मुताबिक, 15 दिसंबर को DMCH के गेस्ट हाउस में शराब पार्टी हो रही थी. 14-15-16 दिसंबर को दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की तरफ से PEDICON-2023 (डॉक्टर्स कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया गया था.