
बिहार विधानसभा सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ. राज्यपाल फागू चौहान के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर तीखे हमले किए, उसके बाद आग बबूला नीतीश कुमार ने तेजस्वी को घेरा. हालांकि सदन की कार्यवाही के बाद सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में उस बयान पर चुप्पी तोड़ी, जो चुनाव में काफी गरमाया रहा.
चुनाव प्रचार के दौरान लालू यादव पर बेटे की चाह में बेटियों को पैदा करने वाली टिप्पणी को लेकर नीतीश ने कहा कि ये किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की थी, वो केवल मजाक था.
उन्होंने कहा. “हमने तो केवल मजाक में इस बात की चर्चा की थी. हम प्रजनन दर की बात कर रहे थे और इसी संदर्भ में हमने मजाक में कुछ बातें कहीं. कुछ लोगों ने खुद ही इसको अपने बारे में सोच लिया.”
वैशाली में की थी टिप्पणी
बता दें कि 27 अक्टूबर को वैशाली जिले में एक जनसभा में नीतीश कुमार ने चुनावी मंच से लालू प्रसाद यादव के 9 बच्चों पर कुछ ऐसा तंज कसा था कि लोग भी हतप्रभ रह गए थे. नीतीश कुमार ने कहा था कि 8-8, 9-9 बच्चे पैदा करने वाले बिहार का विकास करने चले हैं. बेटे की चाह में कई बेटियां हो गईं. मतलब बेटियों पर भरोसा नहीं है. ऐसे लोग क्या बिहार का भला करेंगे?
आरजेडी सुप्रीमो की कोशिश बेकार है
लालू प्रसाद द्वारा बीजेपी विधायक ललन पासवान को अपने पक्ष में करने की कोशिश को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो की कोशिश बेकार है और उन्हें इस तरीके का प्रयास नहीं करना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा, “यहां पर तो कोई लाख चाहेगा मगर एनडीए को कोई भी इधर से उधर नहीं कर सकता है. बिहार में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है और एनडीए के पास 125 है. निर्दलीय विधायक भी हमें समर्थन दे रहे हैं.”