
देश भर के लाखों किसान पिछले 2 दिनों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सभी राज्यों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन सबके बीच केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को लगता है कि किसानों का यह विरोध प्रदर्शन केवल मीडिया में आने का एक जरिया है.
पटना में नरेंद्र मोदी सरकार के 4 साल की उपलब्धियों का बखान करने पहुंचे राधा मोहन सिंह ने आज तक द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि किसान मीडिया में बने रहने के लिए किस्म-किस्म के तरीके अपना रहे हैं, ताकि उन्हें पब्लिसिटी मिले.
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का यह बयान तब आया है, जब देश के तकरीबन 7 राज्यों में किसान 1 जून से 10 जून तक अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और पंजाब वैसे राज्य हैं, जहां पर किसान आंदोलन का सबसे व्यापक असर देखने को मिल रहा है.
इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि वहां पर किसी प्रकार का आंदोलन नहीं चल रहा है और कांग्रेस पार्टी केवल किसानों को भड़काने का काम कर रही है.
वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ लोग नेतागीरी करने में लगे हैं. इन बयानों के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने किसान आंदोलन को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है, जो ना केवल संवेदनहीन है बल्कि किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है.