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यूट्यूबर मनीष कश्यप के मामले में एक्शन, एस्कॉर्ट में शामिल चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

पुलिस विभाग ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. क्योंकि 23 सितंबर को कोर्ट में पेशी के दौरान मनीष कश्यप ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही लालू प्रसाद यादव और उसके परिवार पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही बिहार सरकार को लेकर भी टिप्पणी की थी.

यूट्यूबर मनीष कश्यप (file photo). यूट्यूबर मनीष कश्यप (file photo).
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 26 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 3:14 PM IST

22 सितंबर को विवादित यूट्यूबर मनीष कश्यप की पटना कोर्ट में पेशी थी. इस दौरान उन्होंने लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था 'मैं फौजी का बेटा हूं, चारा चोर का नहीं'. इसके अलावा भी उन्होंने लालू यादव के परिवार को लेकर बहुत ही बातें कही थी, बिहार सरकार को लेकर भी काफी कुछ कहा था. मनीष ने यह सब पुलिस की मौजूदगी में कहा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अब पुलिस विभाग ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, जिनकी ड्यूटी मनीष की सुरक्षा में लगी हुई थी. 

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दरअसल, पुलिस विभाग ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. क्योंकि 23 सितंबर को कोर्ट में पेशी के दौरान मनीष कश्यप ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही लालू प्रसाद यादव और उसके परिवार पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही बिहार सरकार को लेकर भी टिप्पणी की थी. मनीष की सुरक्षा में तैनात चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

मनीष ने कहा था- फौजी का बेटा हूं, चारा चोर का नहीं

पटना कोर्ट में पेशी पर आए यूट्यूबर मनीष कश्यप ने लालू प्रसाद यादव पर जमकर भड़ास निकाली थी. मनीष ने कहा था ''6 महीने से चुप था, लेकिन अब तो हद हो गई है. मुझे गंजेड़ी, नशेड़ी के बीच में बिठा जाता है. वह लोग मेरे मुंह पर फूंकते हैं. मेरा सर दर्द होने लगता है, लेकिन ये लोग (पुलिस) कुछ नहीं करते हैं.''

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मनीष कश्यप ने कहा था ''एक दिन हम सरकार बनाएंगे और बताएंगे कैसे सरकार चलती है. उन्होंने यह भी कहा मुझे झुकाने का प्रयास किया गया है, लेकिन मैं फौजी का बेटा हूं, चारा चोर नहीं. इन लोगों के आगे झुकूंगा नहीं. यह हथकड़ी ईमानदार आदमी के हाथ लगी है. मेरे दादा चीन से युद्ध में लड़े, मेरे पिता पाकिस्तान से युद्ध में लड़े थे.''

तमिलनाडु पुलिस ने किया था मनीष को गिरफ्तार

मनीष कश्यप के ऊपर कानूनी शिकंजा तब कसा गया जब तमिलनाडु में बिहारियों के खिलाफ हिंसा को लेकर उस पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी वीडियो दिखाए जाने का आरोप लगा. मनीष कश्यप की इस रिपोर्ट को तमिलनाडु पुलिस ने गलत बताते हुए उसके खिलाफ वहां मामला दर्ज किया.

पटना सेंट्रल जेल में बंद हैं मनीष कश्यप

इसी साल अगस्त महीने में सुनवाई के दौरान पटना सिविल कोर्ट ने मनीष को बड़ी राहत दी थी. कोर्ट ने मनीष कश्यप को तमिलनाडु जेल वापस नहीं ले जाने का आदेश दिया था. तब से ही मनीष पटना की बियोर केंद्रीय जेल में बंद हैं.

मनीष की मां लिखी थी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी

यूट्यूबर मनीष कश्यप की मां मधु देवी ने बेटे मनीष पर लगे एनएसए को हटाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिठ्ठी लिखी थी, जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे और वहां की सरकार में मंत्री उदयनिधि पर एनएसए लगाने की मांग की थी. मनीष की मां ने संविधान का हवाला देते हुए लिखा था कि अगर, मनीष कश्यप के द्वारा तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट का वीडियो दिखाने से दो राज्यों की बीच टकराव हो सकता है तो सनातन धर्म को समाप्त किए जाने के बयान से पूरे देश में टकराव क्यों नहीं हो सकता है.

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बेतिया में मनीष पर सात केस हैं दर्ज

मनीष कश्यप पर अकेले बेतिया जिले में हीं उसपर तकरीबन सात मामले दर्ज हैं. जिसमे भाजपा विधायक के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के अलावा बैंक मैनेजर के साथ मारपीट का आरोप हैं. इस मामले उसकी कुर्की-जब्ती के बाद उसने थाने में सरेंडर भी कर दिया था. तब से मनीष कश्यप जेल में हीं बंद है. हालांकि, बाद में कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन को उसके कुर्क किए गए समान को लौटाना पड़ा था.

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