
बिना दहेज की शादी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आह्वान के बाद बिहार में इसकी खुशबू फैलने लगी है. आरा में 04 अक्टूबर 2017 को आयोजित महायज्ञ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ चलाए जा रहे सशक्त अभियान को सफल बनाने की अपील की थी.
उन्होंने कहा था कि आपका सहयोग मिलेगा तो निश्चित तौर पर बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को मिटाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए आह्वान के बाद भोजपुर जिले के बरनांव गांव के आयर थाना निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक हरींद्र सिंह ने अपने पुत्र की शादी के लिए लड़की वालों की तरफ से दिए गए दहेज की राशि को वधू पक्ष को लौटा दिया था.
पिता हरींद्र सिंह एवं माता श्रीमती लीलावती देवी ने अपने पुत्र प्रेम रंजन सिंह की शादी भोजपुर जिले के जमालपुर गांव के नया महमदपुर पोस्ट, कोईलवर निवासी प्रमोद सिंह और निर्मला देवी की पुत्री कुमारी अनुराधा के साथ तय किया था. लेकिन महायज्ञ में मुख्यंमत्री नीतीश कुमार की बातों से प्रभावित होकर 03 दिसंबर 2017 को अपने पुत्र की शादी में ली गई दहेज की राशि को हरींद्र कुमार सिंह ने लड़की वालों को लौटाकर समाज में एक मिसाल पेश की.
आज पूर्व प्रधानाध्यापक हरीन्द्र कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 1 अणे मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की. मुलाकात के क्रम में मुख्यमंत्री ने उनके इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की और उनसे गले लगकर उनका अभिवादन किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानाध्यापक हरीन्द्र कुमार सिंह का यह कदम समाज के लिए नजीर होगा. उन्होंने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में उनकी सक्रिय सहभागिता ली जाएगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्तूबर से बिहार में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान शुरू किया है.