
बिहार के खगड़िया में समलैंगिक शादी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल एक आर्केस्ट्रा कार्यक्रम में डांस करते - करते दो युवकों को एक दूसरे से प्यार हो गया जिसके बाद मंदिर में उन्होंने शादी रचा ली. हालांकि जब उनके परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने समलैंगिक विवाह को मानने से इनकार कर दिया.
दरअसल मानसी प्रखंड के झमटा गांव में आर्केस्ट्रा में डांसर के रूप में काम कर रहे दो युवकों को एक-दूसरे से प्यार हो गया. फिर दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ गया कि दोनों ने एक दूजे को जीवन साथी बनाने का फैसला कर लिया.
डांस प्रोग्राम के दौरान अनंत कुमार और रूपेश कुमार दोनों पूर्णिया चले गए और पूर्णिया के एक मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे ले लिए. रूपेश को दूल्हा मानकर अनंत कुमार ने मांग में सिंदूर भी भरवा लिया.
दोनों शादी के दस दिनों तक एक दूसरे के साथ रहे. दुल्हन बना युवक अनंत कुमार जब अपने ससुराल झमटा गांव पहुंचा तो उसे देखकर लोग हैरान रह गए जबकि दूल्हा रूपेश उसके बाद से फरार है.
बाद में जब अनंत ने सारी कहानी रूपेश के परिजनों को सुनाई तो सभी बीच-बचाव करने में लग गए. इसके बाद अनंत कुमार को उसके गांव बखरी भेज दिया गया. दोनों युवकों के परिजनों ने समलैंगिक विवाह को मानने से इंकार कर दिया है.
इसके बाद दोनों परिवार इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं और मामले पर पर्दा डालने की कोशिश करते हुए नजर आए. आपको बता दें कि दूल्हा रूपेश खगड़िया जिले के झमटा गांव का रहने वाला है और एक बच्चे का पिता है.
जबकि दुल्हन बना अनंत कुमार बेगूसराय जिले का रहने वाला है. दोनों आर्केस्ट्रा पार्टी में एक साथ काम करते हैं. हालांकि हाथों में मेहंदी और मांग में सिन्दूर भरे युवक ने कहा कि रूपेश डांस प्रोग्राम के दौरान पूर्णिया ले गया और दस दिनों तक उसके साथ रहा.
वहीं ग्रामीणों का कहना है दोनों युवकों ने शादी की है लेकिन उनके परिवारवालों ने इस शादी को मानने से इंकार कर दिया है. दोनों युवक अपने-अपने गांव में है और परिवार को समलैंगिक शादी अमान्य है.