
बिहार की सियासत में शराबबंदी का असर बढ़ता दिख रहा है. 'आज तक' के ऑपरेशन शराबबंदी के बाद हड़कंप मच गया है. स्टिंग ऑपरेशन में फंसे विधायक विनय वर्मा को कांग्रेस ने कारण बताओ नोटिस थमा दिया है. विपक्षी पार्टी बीजेपी ने उन्हें निलंबित करने की मांग की है.
पूछताछ के बीच थाना से भागे विधायक विनय वर्मा
पूछताछ के लिए शिकारपुर पुलिस स्टेशन लाए गए विधायक के समर्थकों ने थाने के बाहर काफी हंगामा किया. इसके बाद विधायक विनय वर्मा वहां से निकल भागे. उनकी गिरफ्तारी के लिए पूरी तैयारी कर चुकी पुलिस को निराशा हाथ लगी. इसके पहले विधायक विनय वर्मा ने अपनी सफाई में कहा कि स्टिंग में मैं शराब पीते हुए तो नहीं दिखा था. यह मेरी छवि खराब करने की साजिश है. मैं इस स्टिंग के खिलाफ शिकायत करूंगा.
विधायक के घर पर चला तलाशी अभियान
नरकटियागंज से विधायक विनय वर्मा के घर पर मंगलवार सुबह आबकारी विभाग की टीम ने तलाशी अभियान चलाया था. शाम में विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ वर्मा को गिरफ्तार करने के लिए नरकटियागंज पहुंच गए. इसके पहले आबकारी विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर कृष्ण कुमार ने स्टिंग पर स्वतः संज्ञान लेते हुए पटना के पाटलीपुत्र पुलिस स्टेशन और नरकटियागंज में विधायक के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई है. वर्मा को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है.
विधायक पर होगी आनुशासनिक कार्रवाई
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि कैमरे के सामने शराब की पेशकश करने वाले विधायक को पार्टी ने नोटिस दिया है. विधायक ने बिल्कुल गलत किया है. जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ आनुशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी.
आधे ज्यादा विधायक और मंत्री की जांच हो
दूसरी ओर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद सरकार पर शराबबंदी के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक पर कार्रवाई के बदले नीतीश सरकार नौटंकी कर रही है. महागठबंधन के आधे ज्यादा विधायक और मंत्री कोजाना शराब पीते हैं. बड़हिया विधायक श्याम बहादुर सिंह की जांच की जाए तो हकीकत पता चल जाएगा.