
आरजेडी ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वह रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन की विफलताओं को लेकर रिपोर्ट कार्ड जारी करेगा. इसमें आंकड़ों के साथ सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा होगा.
संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना के बापू सभागार में आरजेडी और लेफ्ट कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन बुलाया गया है, जहां इस रिपोर्ट कार्ड को पेश किया जाएगा. मालूम हो कि रिपोर्ट कार्ड को जारी करने को लेकर शुक्रवार को तेजस्वी ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी.
हम ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं देते: नीतीश
वहीं आरजेडी के रिपोर्ट कार्ड जारी करने की पॉलिटिक्स पर शनिवार को जब नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कह दिया कि वह ऐसी चीजों का नोटिस ही नहीं करते हैं.
उन्होंने कहा कि हम तो काम करने वाले लोग हैं. हम कोई प्रचार वाले तो हैं नहीं. क्या काम हुआ है यह पहले देख लीजिए. पहले क्या था और अब क्या है. हमको इन सब चीज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है. हम इन सब चीज पर ध्यान ही नहीं देते हैं.
आरजेडी ने महंगाई-बेरोजगारी पर की बैठक
दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी कार्यालय में महागठबंधन के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई. रिपोर्ट कार्ड को लेकर चर्चा हुई. इस बैठक में महंगाई, बेरोजगारी और को व्यवस्था के खिलाफ सरकार को घेरने के लिए रणनीति पर भी विचार हुआ.
तेजस्वी ने कहा कि सत्ता में बैठे हुए लोग कहते हैं कि उन्होंने बहुत काम किया. उनसे पूछा जाएगा कि कितने लोगों को रोजगार दिया, कितने वादों पर अमल किया गया है.
लालू-तेजप्रताप हो सकते हैं शामिल
माना जा रहा है कि पटना के ज्ञान भवन में होने वाले महागठबंधन के सम्मेलन तेजस्वी के साथ-साथ इस कार्यक्रम में उनके बड़े भाई तेजप्रताप और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद भी शिरकत कर सकते हैं.
आरजेडी ने कांग्रेस को नहीं भेजा न्यौता
महागठबंधन की पूर्व सहयोगी कांग्रेस को आरजेडी ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यौता नहीं दिया गया है. पिछले साल कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान आरजेडी और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूट गया था और दोनों दलों ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए थे.
इसके बाद इसी साल बोंचहा में हुए उपचुनाव में भी आरजेडी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ी थी. वहीं तेजस्वी का कहना है कि हमने आखिरी समय तक दोस्ती निभाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने ही गठबंधन तोड़ लिया.