
कोरोना महामारी के दौर में रेल टिकटों की कालाबाजारी का धंधा जोरों पर है. ऐसा ही एक मामला बुधवार को बिहार के सहरसा जंक्शन पर प्रकाश में आया, जहां सहरसा से नई दिल्ली जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस के नाम पर तीन ग्रामीण यात्रियों से एजेंट ने 1065 की जगह 5600 रुपए वसूले. बदले में यात्रियों को एक ही पीएनआर पर तीन टिकट जारी कर वेटिंग काउंटर का टिकट थमा दिया.
दरअसल, इस मामले का खुलासा तब हुआ जब गुरुवार सुबह जब तीनों यात्री ट्रेन पकड़ने प्लेटफार्म पर पहुंचे, तो चेकिंग के दौरान वेटिंग काउंटर टिकट पकड़ा गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों यात्रियों से पूछताछ की, जिसमें एजेंट के नाम का खुलासा हुआ.
आरपीएफ इंस्पेक्टर सारनाथ ने बताया कि तीनों पीड़ित यात्रियों के नाम राजकुमार महतो, चंदन महतो और विजय महतो हैं. पुलिस ने बताया कि तीनों सौर बाजार थाना के सिलेट गांव, वार्ड नंबर 13 के निवासी हैं. ठगी के शिकार हुए यात्रियों ने दिए आवेदन में कहा कि प्रशांत सिनेमा रोड में चंदन भगत रेल टिकट एजेंट है. रेलवे आरक्षण केंद्र के नाम से उसकी दुकान है.
बीते मंगलवार को तीनों ने सहरसा से नई दिल्ली जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस में सामान्य श्रेणी का आरक्षण टिकट लिया था. टिकट पर अंकित मूल्य 1065 है. मजबूरी में उनसे 5600 रुपए वसूल लकर वेटिंग काउंटर टिकट थमा दिया. एजेंट ने तीनों से कहा कि टिकट कंफर्म हो जाएगा, यात्रा कर सकते हो. यात्रियों ने कहा कि बुधवार को जब वैशाली ट्रेन पकड़ने सहरसा जंक्शन पहुंचे, तो प्लेटफार्म पर चेकिंग के दौरान वेटिंग काउंटर टिकट पाया गया. टीटी ने तत्काल इसकी सूचना आरपीएफ को दी.
पीड़ित की शिकायत के बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर सारनाथ, एसआई श्रीनिवास कुमार, कॉन्स्टेबल रमेश कुमार सिंह की टीम ने प्रशांत सिनेमा रोड चंदन भगत की दुकान पर छापामारी की. आरपीएफ इंस्पेक्टर सारनाथ ने बताया कि आरोपी एजेंट पहले से फरार हो गया. आरोपी की खोजबीन जारी है. शिकायत के बाद तीनों पीड़ितों को छोड़ दिया गया. वहीं टिकट एजेंट चंदन भगत के विरुद्ध रेल अधिनियम धारा 143 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया.
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