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बिहार में समस्तीपुर-दरभंगा रेलवे लाइन पर 29 दिन बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है. समस्तीपुर रेल मंडल के हायाघाट रेलवे पुल तक बाढ़ का पानी आने की वजह से ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. अब बाढ़ का पानी कम होने के बाद रेलवे सेवा बहाल की गई है.
दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली बिहार सम्पर्क एक्सप्रेस, जयनगर से अमृतसर जाने वाली सरयू यमुना एक्सप्रेस, दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जाने वाली पवन एक्सप्रेस और दरभंगा से अहमदाबाद को जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस ट्रेनें अब अपने निर्धारित मार्ग दरभंगा-समस्तीपुर होते हुए चलेंगी.
रेलवे के अनुसार, बागमती नदी में आए बाढ़ के पानी में कमी होने के बाद 21 अगस्त को दिन में लाइट इंजन और मालगाड़ियों का परिचालन करके ट्रायल लिया गया. इसके बाद यात्री सेवा बहाल करते हुए ट्रेनों के परिचालन को हरी झंडी दे दी गई है.
ट्रेन नंबर 02565 दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली बिहार सम्पर्क एक्सप्रेस, 04649/50 और 04673/74 जयनगर से अमृतसर सरयू यमुना एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 01061/62 दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल पवन एक्सप्रेस और दरभंगा से अहमदाबाद को जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन अब अपने निर्धारित मार्ग दरभंगा-समस्तीपुर होते हुए चलेगी.
बाढ़ से रेल रूट बंद, संपर्क क्रांति समेत बिहार जाने वाली ट्रेनों पर असर
बता दें कि 24 जुलाई को समस्तीपुर दरभंगा रेलखंड में हायघाट स्टेशन के पास पुल संख्या 16 पर बाढ़ का पानी आने के बाद से समस्तीपुर-दरभंगा रेलमार्ग पर ट्रेन सर्विस रोक दी गई थी. समस्तीपुर रेलमंडल के हायाघाट में बागमती नदी के जलस्तर में कमी आई तो अब 29 दिन बाद 22 अगस्त से इस रूट की सभी ट्रेनों का परिचालन नियमित किया गया है.
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बिहार में बाढ़ से प्रभावित कई जिले
बिहार में अभी लगभग 9 प्रखंडों में करीब 60 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं. समस्तीपुर जिले में बागमती, कोसी, करेह और बूढ़ी गंडक, नून नदी समेत छोटी नदियां भी कहर बरपा रही हैं. जलस्तर कम होने के बावजूद ये सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर ही बह रही हैं. इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों का दायरा भी बढ़ रहा है. इस प्रलयंकारी बाढ़ से 136 गांव के 2 लाख 70 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.