
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है. इसी क्रम में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक जेडीयू ने बीजेपी से लोकसभा चुनावों में 17 सीटों की मांग की है.
गौरतलब है कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर मुलाक़ात की थी. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने अमित शाह से 17 सीटों की मांग की थी. बीजेपी सत्रों का कहना हैं कि बिहार में एनडीए के अन्य सहयोगियों से बात कर सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
खबर यह भी है कि हाल ही में जेडीयू से अपनी सियासी पारी का आगाज करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी नीतीश कुमार के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से सीटों के बंटवारे पर बात की.
बता दें कि बिहार में NDA गठबंधन में बीजेपी, जेडीयू, रामविलास पासवान की अगुवाई वाली लोजपा और उपेंद्र कुशवाहा की अगुवाई वाली रालोसपा शामिल हैं. बताया जा रहा है कि जेडीयू के बाद शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्षअमित शाह अन्य सहयोगी रामविलास पासवान और चिराग पासवान साथ रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाह से भी सीटों के बंटवारें पर अलग से चर्चा कर सकते हैं.
इससे पहले रविवार को पटना में आयोजित जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के साथ सीट समझौते का मामला अंतिम चरण में है.
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार की 40 सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की थी जबकि एनडीए ने 31 सीटें जीती थीं. उस समय जेडीयू NDA का हिस्सा नहीं था और अलग चुनाव लड़ते हुए उसे केवल 2 सीट ही हासिल हुई थी.