
जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के पहले शनिवार को आरसीपी सिंह को निशाना बनाया गया. कहा गया कि बीजेपी के एजेंट बनकर वो पार्टी को कमजोर कर रहे थे. इस दौरान नीतीश कुमार को लेकर नारेबाजी हुई. नारे लगे कि 'देश का प्रधानमंत्री कैसा हो... नीतीश कुमार जैसा हो'. इसके बाद नीतीश कुमार को छोड़कर सबने जमकर तालियां बजाईं.
मालूम हो कि पटना के राज्य मुख्यालय में जेडीयू की दो दिवसीय बैठक शुरू हो गई. पहले दिन राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं एवं देशभर के पदाधिकारियों शामिल हुए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी बैठक में मौजूद रहे.
बीजेपी के षड्यंत्र से हमारी सीटें घटीं: जेडीयू
कार्यकारिणी बैठक में 9 अगस्त को हुई बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हुए परिवर्तन पर संतोष जताया गया. बैठक में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें कहा गया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में सहयोगी दल बीजेपी के षड्यंत्र से हमारी सीटें कम हो गई. कहा गया कि नीतीश कुमार उस समय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी नेतृत्व के आग्रह पर उन्होंने मुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया.
जेडीयू ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें उम्मीद थी कि बीजेपी नीत NDA की सरकार बिहार के विकास में समुचित सहयोग करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया.
जो प्रदेश में देखा, अब देश में दिखेगा
जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बेहद अहम है. नीतीश ने पार्टी पदाधिकारियों से पहले ही कह दिया था कि जो प्रदेश में देखा, वह अब देश में दिखेगा. उन्होंने शनिवार को कहा कि देशभर से प्रतिनिधि आएंगे. मैं सिर्फ तैयारियों को देखने आया हूं. माना जा रहा है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी को मजबूत करने के लिए सांगठनिक तौर पर बड़े फैसले भी लिए जा सकते हैं.
आज से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू
पटना के जेडीयू कार्यालय में आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक शुरू हो रही है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले जेडीयू को मणिपुर में बड़ा झटका लगा है. उसके 6 में से 5 विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. जिन 5 विधायकों ने पाला बदला है उनका नाम केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार हैं.
नीतीश कुमार ने मणिपुर में जेडीयू के विधायकों को बीजेपी में शामिल कराए जाने पर कहा कि ये कोई संवैधानिक काम नहीं है. देश में नई राजनीति चल रही है. दूसरी पार्टी के लोगों को तोड़ना गलत है. इसीलिए 2024 में पूरा विपक्ष मिलकर इन्हें सबक सिखाएगा.