
बिहार के कैमूर में बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते टला. दरअसल, जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस भभुआ रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 यानी डाउन रेलवे ट्रैक पर रुकने की जगह रिवर्सिबल लाइन में चली गई. फिर दो किलोमीटर तक ट्रेन उसी लाइन पर दौड़ती रही. इसके बाद यात्रियों ने जमकर बवाल काटा. संयोग अच्छा था कि रिवर्सिबल लाइन पर दूसरी तरफ से गाड़ी नहीं आ रही थी. नहीं तो ओडिशा के बालासोर जैसा रेल हादसा हो सकता था.
जानकारी के मुताबिक, रविवार को लगभग ढाई घंटे तक रेलवे ट्रैक पर ही ट्रेन खड़ी रही. मौके पर डीआरएम सहित कई अधिकारी भभुआ रोड स्टेशन पहुंचे. इसके लिए जांच टीम का गठन किया गया है. यह जांच टीम सोमवार से प्रभावी तरीके से जांच शुरू कर दोषियों पर कार्रवाई करेगी.
जब यह लापरवाही हुई तो ट्रेन यात्रियों ने जमकर बवाल काटा. आरपीएफ की टीम यात्रियों को शांत करवाने में जुटी रही फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं हो रहे थे. काफी देर की समझाइश के बाद किसी तरह मामले को शांत करवाकर ट्रेन रवाना कराया गया.
डीआरएम ने भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पहुंचकर स्टेशन मास्टर सिग्नल मैन सहित सभी विभाग के पदाधिकारियों से जानकारी ली. साथ ही भभुआ रोड रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पश्चिम रेलवे ट्रैक पर जाकर खुद भी एक-एक बिंदू पर जांच की.
'हम लोग मरते-मरते बचे हैं'
जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस में मौजूद हंगामा कर रहे रेल यात्रियों ने बताया ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर 3 के डाउन रेलवे ट्रैक पर रुकना था लेकिन यह रिवर्सिबल यानी दूसरे रेलवे ट्रैक पर बीच लाइन पर चली गई. और दो किलोमीटर तक उसी लाइन पर दौड़ती रही. अगर सामने से गाड़ी आती तो ओडिशा जैसा रेल हादसा यहां भी हो जाता. रेलवे में इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई देखना चाहिए. हम लोग मरते मरते बचे हैं.
'दोषियों के खिलाफ लिया जाएगा कड़ा एक्शन'
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के डीआरएम राजेश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच कमेटी इस लापरवाही की जांच कर रही है. रिपोर्ट दो से तीन दिन तक आ जाएगी. जो भी इस लापरवाही के पीछे दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ''सभी यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने को लेकर रेलवे सचेत है. बार-बार रेल कर्मियों को बताया जाता है कि यात्रियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कमी ना रहे. सुरक्षा में चूक ना हो यह हमारी पहली प्राथमिकता है.''