Advertisement

कन्हैया ने कहा- मेरे पास सेलफोन तक नहीं, बैंक में केवल 200 रुपये

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने इन आरोपों का खंडन किया है कि उन्होंने एक जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त कर रखा है, उनके पास आईफोन है और वह विमान में बिजनेस क्लास में सफर करते हैं.

कन्हैया कुमार कन्हैया कुमार
लव रघुवंशी/IANS
  • पटना,
  • 02 मई 2016,
  • अपडेटेड 9:12 AM IST

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने इन आरोपों का खंडन किया है कि उन्होंने एक जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त कर रखा है, उनके पास आईफोन है और वह विमान में बिजनेस क्लास में सफर करते हैं.

'मेरा कोई जनसंपर्क अधिकारी नहीं'
कन्हैया ने कहा, 'मेरा कोई जनसंपर्क अधिकारी नहीं है, मुझे उसकी क्या जरूरत? जो लोग ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं, वे उस ताकतवर बल का हिस्सा हैं, जो मेरे अभियान के खिलाफ हैं, जो मैंने जेएनयू और देश भर के 8,000 छात्रों के साथ मिलकर शुरू किया है.'

Advertisement

कन्हैया पर देशद्रोह के आरोप लगे हैं और फिलहाल वह जमानत पर रिहा हैं. अपने ऊपर लगे देशद्रोह के आरोपों के बाद चर्चा में आने के बाद वह पहली बार दो दिनों के लिए अपने गृहराज्य बिहार पहुंचे.

मेरे पास सेलफोन नहीं: कन्हैया
उन्होंने कहा, 'मेरे पास एक सेलफोन तक नहीं है, कृपया आईफोन के बारे में बात मत कीजिए, क्योंकि कुछ लोग किसी निहित स्वार्थ के लिए यह अफवाह फैला रहे हैं कि मेरे पास आईफोन है.'

कन्हैया ने कहा, 'मेरी यात्रा का खर्च आयोजनकर्ता उठाते हैं, जो मुझे अपने विरोध प्रदर्शन में शामिल होने और सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करते हैं. सीधी-सी बात है कि मेरे पास विमान का टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं.'

सफाईकर्मियों ने इकठ्ठी की जुर्माने की राशि
कन्हैया ने कहा कि उन्हें जुलाई 2015 से उनकी छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. मैं एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का बेटा हूं और मेरे पिता लकवाग्रस्त हैं. मैं जेएनयू के सैकड़ों छात्रों की मदद से किसी तरह गुजारा कर रहा हूं. महाराष्ट्र के सफाईकर्मियों और मैला ढोने वाले एक समूह ने जेएनयू प्रशासन द्वारा उन पर लगाया गया जुर्माना अदा करने के लिए 10,000 रुपये इकठ्ठा किए हैं.

Advertisement

'नहीं दूंगा जुर्माना'
उन्होंने कहा, 'मैंने उन्हें धन्यवाद कहा और बताया कि मैं जुर्माना नहीं दूंगा. उनके द्वारा एकत्रित की गई रकम साबित करती है कि अगर आप किसी लक्ष्य के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाएंगे तो इस देश के लोग आपकी मदद के लिए आगे आएंगे. यह भारत की खूबसूरती है.'

मेरे खाते में केवल 200 रुपये: कन्हैया
कन्हैया ने कहा कि उनके बैंक खाते में केवल 200 रुपये हैं. कोई भी आरटीआई (सूचना का अधिकार) दाखिल करके मेरे बैंक खाते के बारे में जानकारी ले सकता है. मेरे लिए देश के सबसे गरीब, हाशिए पर और वंचित लोगों के बारे में बात करना फैशन का हिस्सा नहीं है. मैं उनके लिए प्रतिबद्ध हूं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement