
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी शनिवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ पूरे आक्रामक मूड में दिखे. पहले तो मोदी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में लालू पर तंज कसते हुए कहा कि देश की विधायिका में भ्रष्टाचारियों की एंट्री हो गई है, जिसका परिणाम यह है कि आज देश के तीन पूर्व मुख्यमंत्री जेल की हवा खा रहे हैं.
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन की समाप्ति के बाद सुशील मोदी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधा और कहा कि कर्पूरी ठाकुर की दुहाई देने वाले लोगों को जब मौका मिला तो उन्होंने उस मौके का फायदा अकूत संपत्ति बनाकर उठाया.
मोदी ने कहा कि 50 वर्षों तक राजनीति में सक्रिय रहने वाले कर्पूरी ठाकुर की जब मृत्यु हुई तो उनके पास एक पक्का मकान और कोई बैंक बैलेंस नहीं था. लेकिन उनके नाम की दुहाई देने वाले ऐसे लोग भी हैं जिन्हें मौका मिला तो 28 वर्ष की उम्र में 30 से ज्यादा बेनामी संपत्ति के मालिक बन गए. मोदी का यह इशारा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की ओर था.
मोदी ने कहा कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में उन्होंने एक टिप्पणी की कि विधायिका में भ्रष्टाचारियों की एंट्री की वजह से आज के दिन तीन मुख्यमंत्री जेल की हवा खा रहे हैं. इस टिप्पणी के बाद आरजेडी के विधायकों ने कार्यक्रम के दौरान जो हंगामा मचाया उससे 'चोर की दाढ़ी में तिनका' कहावत चरितार्थ होता है.
कार्यक्रम के दौरान हंगामा मचाने वाले आरजेडी विधायकों से मोदी ने सवाल पूछा कि उन्हें बताना चाहिए क्या उनके नेता लालू प्रसाद यादव आंदोलन या सत्याग्रह की लड़ाई में जेल गए हैं या चारा घोटाले जैसे भ्रष्टाचार के आरोप में 3 कोर्ट से उन्हें सजा मिली है जिसकी वजह से वह जेल की हवा खा रहे हैं?
आरजेडी के विधायकों ने जो सुशील मोदी पर आरोप लगाया है कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन जैसे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को उन्होंने अपनी राजनीति करने के लिए इस्तेमाल किया और बिहार की गरिमा को कलंकित किया है, इसके जवाब में मोदी ने कहा कि दरअसल बिहार को बदनाम और कलंकित उन लोगों ने किया जिन्होंने बिहार का खजाना लूटा और 15 साल तक बिहार को अंधेरे में धकेलने का पाप किया.
मोदी ने कहा कि लालू जैसे सजायाफ्ता के समर्थन में उनके विधायकों ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जो हंगामा किया उससे बिहार की छवि को एक बार फिर दागदार किया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार को फिर से शर्मसार करने वालों को प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी.