
डीडीसीए मामले में अरुण जेटली पर आरोप लगाने के बाद बीजेपी से निलंबन का दंश झेल रहे सांसद कीर्ति आजाद शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र दरभंगा पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाला और निलंबन को लेकर पार्टी पर निशान साधा. यही नहीं, उन्होंने जेटली को दरभंगा से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे डाली.
निलंबन पर सफाई देते हुए कीर्ति आजाद ने कहा, 'पार्टी को मेरा निलंबन वापस लेना चाहिए, क्योंकि मैंने कभी भी पार्टी के विरोध में कोई बात नहीं कही. पार्टी से अभी मुझे निलंबित किया गया है, निष्कासित नहीं. इसका मतलब है मैं दोषी नहीं हूं. अगर मैंने पार्टी विरोधी काम किया है तो पार्टी को मुझे निष्कासित करना चाहिए.'
दरभंगा में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने वित्त मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि अगर जेटली दरभंगा से चुनाव लड़ते हैं तो वह उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने को भी तैयार हैं. इससे पहले कीर्ति आजाद के हजारों समर्थकों ने जटमलपुर के पास बैंड बाजा और फूल माला से उनका स्वागत किया. सांसद ने कार्यकर्ताओं के साथ एक जुलूस की शक्ल में दरभंगा शहर का भ्रमण भी किया.
बीजेपी का झंडा और भ्रष्ट जेटली का पोस्टर
आजाद के जुलूस की खास बात यह रही कि जहां उनके समर्थक बीजेपी का झंडा लिए हुए थे, वहीं पोस्टर पर भ्रष्ट जेटली और सुशील मोदी मुर्दाबाद जैसे नारे भी लिखे थे. जाहिर तौर पर निलंबन का दंश झेल रहे कीर्ति जुलूस के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को संदेश देना चाह रहे थे.
कीर्ति आजाद कहते हैं, 'यह लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है. किसी वक्तिगत लोगों या पार्टी के खिलाफ नहीं है. हमने लोगों से बात की, जनता के बीच आए. यहां से हमें जनता का साथ मिला, हम इस लड़ाई को और आगे लेकर जाएंगे.