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दो दिन... दो बैठकें, बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर होगा बड़ा फैसला?

सबसे पहले 10 जुलाई को सोमवार की सुबह 10 बजे आरजेडी सुप्रीमो ने अपने आवास पर पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में लालू अपने छोटे बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.

लालू प्रसाद यादव के साथ नीतीश कुमार(फाइल फोटो) लालू प्रसाद यादव के साथ नीतीश कुमार(फाइल फोटो)
रोहित कुमार सिंह/सुजीत झा
  • पटना ,
  • 09 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 8:53 PM IST

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन में मानो भूचाल आ गया है. जदयू, आरजेडी से लेकर कांग्रेस तक में खलबली मची हुई है कि आखिर नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भविष्य पर क्या फैसला लेते हैं जिनके खिलाफ सीबीआई ने बेनामी संपत्ति अर्जित करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है.

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ऐसे में आरजेडी और जेडीयू में अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है और आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है. सबसे पहले 10 जुलाई को सोमवार की सुबह 10 बजे आरजेडी सुप्रीमो ने अपने आवास पर पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में लालू अपने छोटे बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.

दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी पार्टी की बैठक राजद की मीटिंग के ठीक अगले दिन बैठक बुलाई है. जेडीयू की बैठक में सांसदों और विधायकों के साथ जिला प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. सोमवार को 11.30 बजे होने वाली बैठक में विधायकों के साथ विधानपरिषद सदस्य भी शामिल होंगे. जेडीयू की बैठक में महागठबंधन को लेकर आगे की रणनीति पर विचार होगा.

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर प्रवास के बाद रविवार को पटना पहुंच गए हैं. उनके राजगीर प्रवास के दौरान पटना में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आवास पर सीबीआई का छापा पड़ा, लेकिन उन्होंने अभी तक इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. सोमवार को आरजेडी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के प्रति आस्था दिखाने के लिए ये बैठक बुलाई गई है. इसके बाद 11 जुलाई को जनता दल यू ने भी अपने सभी राज्य, जिला और प्रखंड स्तरीय नेताओं की बैठक बुलाई है. हांलाकि यह कार्यक्रम पहले से ही तय था. 

गौरतलब है कि आरजेडी विधायक दल के नेता इस वक्त तेजस्वी यादव है और उनके ही खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है और ऐसे में महागठबंधन सरकार को बचाने के लिए लालू के ऊपर इस बात का दबाव बनाया जा रहा है कि वह खुद तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा देने को कहें जिसके बाद विरोधियों को भी चुप किया जा सकेगा और महा गठबंधन सरकार भी सुचारु रुप से चलती रहेगी.

अगर लालू तेजस्वी का इस्तीफा करवाते हैं तो ऐसे में अगला उप मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर भी नामों का कयास लगाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक लालू अपने बड़े बेटे और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को उप मुख्यमंत्री बना सकते हैं या फिर सरकार में आरजेडी कोटे से वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.

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जाहिर सी बात है लालू प्रसाद के कुनबे पर सीबीआई छापों के बाद महा गठबंधन सरकार इस वक्त संकट के दौर से गुजर रही है और ऐसे में मुख्यमंत्री को फैसला लेना है कि वह तेजस्वी यादव को अपने मंत्रिमंडल से कब और कैसे हटाते हैं ताकि सरकार चलती रहे, यानी कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे.

गौरतलब है कि शुक्रवार को सीबीआई ने राबड़ी देवी के आवास के साथ लालू के 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके अगले दिन शनिवार को ईडी ने लालू की बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की. दिन भर चली पूछताछ के बीच शाम को ईडी की टीम लालू के दामाद शैलेश कुमार को अपने साथ ले गई. सीबीआई ने लीज फॉर होटल्स केस में लालू और तेजस्वी के साथ अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.

दूसरी ओर बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को हटाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए है.

 

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