
बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दिल्ली से लौटने के बाद अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं. एक तरफ रविवार को अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की रणनीतियों का जायजा लिया तो दूसरी तरफ ताबड़तोड़ ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया.
तेजस्वी यादव ने हाल के दिनों में बिहार में घटी अपराधिक घटनाओं का जिक्र कर कहा कि क्या बिहार को ये डरावने दिन दिखाने के लिए ही नीतीश कुमार दिन-दहाड़े भारतीय जनता पार्टी के साथ भागे थे. अगर मैं ग़लत था और उन्हें अपने चेहरे पर इतना गुमान था तो विधानसभा भंग कर चुनाव में जाते. मुख्यमंत्री जी, जनादेश अपमान के एवज में भाजपा के साथ हुई अपनी गुप्त डील को सार्वजनिक करें. तेजस्वी ने सिलसिलेवार ट्वीट में यहां तक कह दिया कि जिस मुख्यमंत्री में लोकशर्म ही नहीं बची हो उसे क्या-कुछ कहें?
उन्होंने कहा कि बिहार में चारों ओर अराजकता का माहौल है. अपहरण, बलात्कार, हत्या, लूट, मॉब लिंचिंग से हाहाकार मचा हुआ है. क़ानून व्यवस्था समाप्त हो चुकी है. प्रखंड से लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है. सरकारी कार्यालयों में विशेष आरसीपी टैक्स चुकाए बिना आप पैर भी नहीं रख सकते.
तेजस्वी ने कहा कि हमें ही शर्म आने लगी है आख़िर मुख्यमंत्री नीतीश भाजपा की डबल इंजन वाली बुलेट ट्रेन में बैठकर भी इतने सुस्त, लाचार, बेबस और असहाय क्यों है? 11 करोड़ बिहारवासियों के जनविश्वास का क़त्ल कर बीजेपी को सत्ता सौंपने वाला व्यक्ति आख़िर इतना लाचार कैसे हो सकता है? क्या बिहार को ये डरावने दिन दिखाने के लिए ही नीतीश कुमार जी दिन-दहाड़े बीजेपी के साथ भागे थे? नीतीश कुमार जनादेश अपमान के एवज में बीजेपी के साथ हुई अपनी गुप्त डील को सार्वजनिक करें.