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शराबबंदी के समर्थन में 21 जनवरी को बनेगी अब तक की सबसे लंबी मानव श्रृंखला, शामिल होंगे दो करोड़ लोग

बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर कृत संकल्पित बिहार सरकार अब राज्य में शराबबंदी के समर्थन में सूबे में जन चेतना जागृत करने के लिए मानव श्रृंखला बनाने का निर्णय लिया है.

शराबबंदी शराबबंदी
सबा नाज़/सुजीत झा
  • पटना,
  • 14 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 5:29 PM IST

बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर कृत संकल्पित बिहार सरकार अब राज्य में शराबबंदी के समर्थन में सूबे में जन चेतना जागृत करने के लिए मानव श्रृंखला बनाने का निर्णय लिया है. 21 जनवरी 2017 को पूरे राज्य में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी जिसमें दो करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है. सरकार इस प्रयास में लगी है कि सूबे का हर नागरिक सड़क पर आकर मानव श्रृंखला में शामिल हो जाए. लोगों में ये भावना जागृत करने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है. 21 जनवरी 2017 को बनने वाली मानव श्रृंखला पटना के गांधी मैदान से शुरू होकर राज्य के हर कोने और हर जिले से जुड़ जाएगी.

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शराबबंदी को लेकर मद्य निषेध जागरुकता अभियान के दूसरे चरण का शुभारंभ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 21 जनवरी 2017 को करेंगे जो 22 मांर्च 2017 तक चलेगा. मद्य निषेध जागरुकता अभियान के दूसरे चरण को लेकर पटना में रविवार को एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें सभी जिले के सरकारी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. बिहार सरकार मद्य निषेध जागरुकता अभियान के दूसरे चरण को सफल बनाने को लेकर कमर कस चुकी है और यह सरकारी कार्यक्रम न बनकर लोगों का कार्यक्रम बने इसके लिए सारी रणनीतियां तय कर ली गई हैं.

बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि मद्य निषेध जागरुकता अभियान के दूसरे चरण के दौरान 124 कला जत्था पूरे बिहार के हर पंचायत में जाकर जागरुकता अभियान चलाएंगे. उन्होंने कहा कि इस अभियान को चलाने की जिम्मेदारी मुख्य रुप से शिक्षा विभाग और जीविका के दीदियों को दी गई है. मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस अभियान को लेकर राज्य से लेकर जिला स्तर तक समन्वय समितियां बनाई जाएगी.

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मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि 21 जनवरी 2017 को बनायी जाने वाली मानव श्रृंखला विश्व रिकार्ड बनाने के लिए नहीं बल्कि राज्य के लोगों को स्वत: शराबबंदी को सफल बनाने की मुहिम में शामिल होने को लेकर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस मानव श्रृंखला में दो करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है. उन्होंने कहा कि मद्य निषेध जागरुकता अभियान प्रारंभ होने के पहले शराबबंदी को लेकर गीत, नाटक, नारा लेखन को लेकर कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग को राज्यगीत के तर्ज पर 'राज्य नशामुक्ति गीत' बनाने का निर्देश दिया है, जिसे सरकारी कार्यक्रमों में बजाया जायेगा. साथ ही गांवों में साक्षरताकर्मी और जीविका की दीदी डुगडुगी बजा कर शराबबंदी के फायदों के बारे में लोगों को बतायेंगी. मद्य निषेध जागरुकता अभियान के लोकर नए और चुटकीले नारे के साथ-साथ रंग-बिरंगे पोस्टर तैयार किये जा रहे हैं. तीन महीने तक चलने वाले इस अभियान में करीब दस करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है.

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