
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार के गठन को अभी चंद रोज बीते हैं कि सियासी घमासान शुरू हो गया है. दागी मंत्रियों को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बड़े नेताओं ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है तो वहीं अब महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने भी पुनर्विचार की मांग कर दी है.
बिहार की महागठबंधन सरकार में सहयोगी भाकपा माले ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाने के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है. भाकपा माले ने ये मांग की है कि कार्तिकेय सिंह को कैबिनेट में कानून मंत्री के रूप में शामिल करने के फैसले की समीक्षा की जाए.
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि कार्तिकेय सिंह को नीतीश कैबिनेट में कानून मंत्री बनाए जाने को लेकर चल रहे विवाद की पृष्ठभूमि में बेहतर होगा कि राज्य सरकार इस फैसले की समीक्षा करे क्योंकि उनकी नियुक्ति से राज्य सरकार की छवि खराब हुई है. भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा मंत्रिमंडल में कार्तिकेय सिंह जैसे लोगों की नियुक्ति से सरकार की छवि खराब हुई है.
उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि हम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को उनके फैसले की समीक्षा के लिए भी पत्र लिखेंगे. कुणाल ने विपक्षी बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि उनके पास कार्तिकेय सिंह के मसले पर सवाल खड़े करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ दर्जनों केस दर्ज हैं तो उनके पास सवाल का नैतिक हक कहां?
लेसी सिंह के खिलाफ बीमा भारती
राष्ट्रीय जनता दल के विधान परिषद सदस्य कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने के मसले पर नीतीश कुमार घिरे ही थे कि अब जेडीयू में भी घमासान मच गया है. जेडीयू विधायक बीमा भारती ने नीतीश सरकार में मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीमा भारती ने लेसी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीमा भारती ने लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग करते हुए यहां तक कह दिया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगी.
बता दें कि, बीजेपी लगातार कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने के खिलाफ नीतीश कुमार पर हमलावर है. बीजेपी नीतीश कुमार पर सवाल खड़े कर रही है कि आखिर कैसे मुख्यमंत्री ने एक दागी छवि के व्यक्ति को मंत्रिमंडल में जगह दे दी और सीधा कानून मंत्री बना दिया.