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बेगूसराय: शिवलिंग तोड़ने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, हंगामा करने वाले 138 लोगों पर FIR दर्ज

बेगूसराय में 22 सितंबर को मंदिर में मौजूद शिवलिंग तोड़ दिया गया था. मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की 6 स्पेशल टीमें जुटी हुई थीं. रविवार देर रात आरोपी मोहम्मद जावेद गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने 138 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज की है. मामले में कार्रवाई जारी है.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
सौरभ कुमार
  • बेगूसराय,
  • 25 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

बिहार के बेगूसराय में शिवलिंग तोड़ने वाला मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे नूरपुर गांव से पकड़ा गया. पुलिस का कहना है कि शिवलिंग तोड़ने में नामजद एक ही आरोपी था. उसके फोन को खंगालने का काम जारी है. वहीं, शिवलिंग तोड़ने के बाद दुकानों में तोड़फोड़ और हिंसा करने के मामले में 30 नामजद और 108 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज किया गया है, जिसमें से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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दरअसल, लाखों थाना क्षेत्र के खतोपुर चौक स्थिति NH-31 किनारे शिव मंदिर में 22 सितंबर की देर शाम मोहम्मद जावेद ने हैंडपंप के हैंडल से शिवलिंग तोड़ दिया था. इसके बाद 23 सितंबर की सुबह से आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर जमकर हंगामा और बवाल हुआ था. आरोपी मोहम्मद जावेद की गिरफ्तारी को लेकर सदर डीएसपी अमित कुमार, तेघरा डीएसपी, हेड क्वार्टर डीएसपी निशित प्रिया के नेतृत्व में 6 स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया था.

आरोपी से की जा रही है पूछताछ

रविवार देर रात छापेमारी कर नूरपुर गांव से मोहम्मद जावेद को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा. इसके अलावा जावेद का मोबाइल खंगाला जा रहा है. उसकी कॉल डिटेल देखी जा रही है. मंदिर में हमले की पीछे का कारण तलाशा जा रहा है.   

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30 नामजद और 108 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज

बताते चलें कि मंदिर में शिवलिंग तोड़ने के बाद लोगों ने NH-31 को जाम कर दर्जन भर दुकानों में तोड़फोड़ की थी और पुलिस पर पथराव किया था. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर जाम को हटाया था. इस मामले में हंगामा और बवाल करने वाले 30 नामजद और 108 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. 

मामले में एसपी ने कही ये बात

एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी जावेद की गिरफ्तारी के स्थानीय लोगों की इसमें काफी मदद मिली है. हंगामा करने वाले और दुकानों में तोड़फोड़ के कई वीडियो सामने आए हैं. इसके आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जा रही है. वहीं, हंगामा करने के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें से जांच में दो लोग निर्दोष पाए गए, जिसे छोड़ दिया गया और 12 लोगों को जेल भेजा गया है.

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