
लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर विपक्ष को एकजुट करने के लिए पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक होने जा रही है. सूत्रों की मानें तो यह बैठक 17 मई या फिर 18 मई को हो सकती है. बैठक में एनसीपी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार, राज ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल या फिर उनका कोई प्रतिनिधि, लेफ्ट पार्टियों के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल होंगे.
गौरतलब है, बिहार विधान परिषद के चेयरमैन और जेडीयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने गुरुवार को मुंबई में एनसीपी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. पटना में होने वाली विपक्षी नेताओं की बैठक के संदर्भ में इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है.
विपक्षी एकजुटता के लिए नीतीश कुमार की पहल
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की व्यस्तता को लेकर इस बैठक को मई के तीसरे सप्ताह में आयोजित करने का फैसला लिया गया है. 10 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाने हैं और 13 मई को नतीजे आने हैं. उधर, लोकसभा चुनाव-2024 में विपक्षी एकजुटता को और ताकत देने के लिए पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए सिरे से पहल शुरू की है.
इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी और डी राजा के साथ मुलाकात की है.
प्रधानमंत्री बनने की नहीं है महत्वाकांक्षा- नीतीश कुमार
कोलकाता में जब नीतीश कुमार की मुलाकात ममता बनर्जी से हुई थी, तो ममता बनर्जी ने उन्हें पटना में जल्द ही विपक्षी पार्टियों की बैठक करने के लिए कहा था. इसी कड़ी में गुरुवार को नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा प्रधानमंत्री बनने की नहीं है, बल्कि वह केवल विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की प्रयास में लगे हुए हैं.
बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार 5 मई को भुवनेश्वर जा सकते हैं. वहां पर उनकी मुलाकात उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से हो सकती है और उसी दिन वह रांची भी जाएंगे. जहां पर उनकी मुलाकात झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हो सकती है. बता दें कि पटना में होने वाले विपक्षी दलों की बैठक में नीतीश कुमार नवीन पटनायक और हेमंत सोरेन को भी शामिल करने की कोशिश में लगे हैं.
इसके अलावा पटना में होने वाली विपक्षी दलों के बड़े बैठक में तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस सुप्रीमो के चंद्रशेखर राव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री तथा डीएमके नेता एमके स्टालिन शामिल होंगे या नहीं इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है.