
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में टारगेट किलिंग को अंजाम देने की साजिश रचने वाले पीएफआई कार्यकर्ताओं पर NIA की कार्रवाई जारी है. एनआईए ने इस मामले के सातवें आरोपी को 5 फरवरी की देर रात मोतिहारी जिले के जितौरा गांव से गिरफ्तार कर लिया था.
संदिग्ध की पहचान इरशाद उर्फ मोहम्मद बेलाल के रूप में हुई है, जो सांप्रदायिक नफरत और दुश्मनी फैलाने के लिए पीएफआई की आपराधिक साजिश में सक्रिय रूप से शामिल पाया गया था. बिहार के हरपुर कहुनी निवासी इरशाद ने फुलवारीशरीफ, पटना में शारीरिक शिक्षा की आड़ में आयोजित प्रशिक्षण कक्षाओं में भाग लेता था.
पीएफआई का बैनर बरामद
वह पीएफआई के प्रशिक्षण केंद्रों और गतिविधियों से भी जुड़ा हुआ था. उसकी निशानदेही पर मुजफ्फरपुर जिले के परसौनी गांव में एक ठिकाने से पीएफआई का एक छपा हुआ बैनर और दो लोहे की तलवारें बरामद हुई हैं.
4 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
इससे पहले 7 जनवरी को NIA ने पटना के स्पेशल कोर्ट में 4 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. यह मामला पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े अभियुक्तों/संदिग्ध व्यक्तियों के गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने से संबंधित है.
फुलवारीशरीफ इलाके का है मामला
बता दें कि ये सभी पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में इकट्ठा हुए थे. इसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख/दस्तावेज जब्त किए गए थे. मामला फुलवारीशरीफ थाना, जिला पटना, बिहार में दर्ज किया गया था और 22 जुलाई 2022 को एनआईए की ओर से फिर से रजिस्टर्ड किया गया था.