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शराब के खिलाफ नीतीश कुमार सख्त, अधिकारियों को दिए निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराब बंदी को और सख्ती से लागू किए जाने के आदेश दिए हैं.

नितीश कुमार नितीश कुमार
BHASHA
  • बिहार ,
  • 11 मई 2017,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. नीतीश कुमार ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शराबबंदी के संबंध में सरकार के निर्णय का कठोरता से लागू कराने के आदेश दिए. उन्होंने खास कर शहरों में शराब मिलने और इसके अवैध इस्तेमाल को लेकर पुलिस अधिकारियों से कड़े कदम उठाने का आग्रह किया.

9 लाख लीटर से अधिक शराब को चूहों द्वारा गटक जाने को लेकर मीडिया में आयी रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए थे. उच्च पुलिस महानिदेशक, एस के सिंघल ने बताया था कि, पटना क्षेत्र के पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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चूहे पी गए 9 लाख की शराब
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 13 महीनों के दौरान 9.15 लाख लीटर देशी और विदेशी शराब जब्त की गई. हालांकि ये बात आई कि शराब को थाने लाने के दौरान उसका बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया. जबकि उतनी ही बड़ी मात्रा में शराब चूहे हजम कर गए. पटना क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नय्यर हसनैन खान ने बताया था कि, उन्होंने पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पुलिस मालखाने से इसकी रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

उल्लेखनीय है कि नीतीश सरकार ने पिछले साल अप्रैल महीने से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी. इसे लागू करने के लिए पुलिस एवं मद्य निषेध और उत्पाद विभाग द्वारा अपने-अपने स्तर से विशेष अभियान चलाया गया. पिछले हफ्ते 9 लाख लीटर शराब चूहों द्वारा गटकने का मामला सामने आया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को
अधिकारियों के साथ मीटिंग कर निर्देश दिए.

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नीतीश कुमार ने सचिवालय में शराबबंदी के संबंध में सरकार के निर्णय का कठोरता से पालन करने को कहा. उन्होंने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शराबबंदी के संबंध में सरकार के निर्णय का कठोरता से पालन करने के बिन्दू पर विस्तृत समीक्षा की. समीक्षा बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी आईजी, डीआईजी, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक जुड़े हुए थे.

उन्होंने खासकार शहरों में शराब मिलने, शराब माफियाओं को पकड़ने, उनके वाहनों, घर एवं संपति को नीलाम करने की बात पर कठोरता बरतने के संबंध में आग्रह किया. उन्होंने बारी-बारी से सभी जिलों के साथ समीक्षा की और शराबबंदी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को कहा.

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि शराब माफिया जो अवैध व्यापार कर रहे हैं और जो शराब बाहर से ला रहे हैं,उनपर कठोर कार्यवाई की जाए. साथ ही मातहत कर्मियों के काम पर भी नजर रखें.

सख्ती से करे काम, देश को जायेगा सन्देश

उन्होंने कहा कि सख्ती से काम करने पर यह धंधा पूरी तरह रूक जायेगा और पूरे देश में संदेश जायेगा. नीतीश ने कहा कि, “बिहार का जनमत शराबबंदी के पक्ष में है. शराबबंदी के पक्ष में चार करोड़ लोगों ने प्रदेश में मानव श्रृखला बनायी है. मुट्ठी भर लोग शराब का धंधा कर रहे हैं और चंद लोग सिस्टम को खराब कर रहे हैं.”

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इस बैठक के दौरान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, मद्य निषेध निबंधन एवं उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव आतीश चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, उच्च पुलिस महानिदेशक आलोक राज, पुलिस महानिरीक्षक जीएस गंगवार, सहित पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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