
पढ़ाई करने की कोई उम्र नहीं होती है. इस बात को पटना के 98 वर्षीय राजकुमार वैश्य ने सच करके दिखाया. हाल ही में उन्होंने अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा पास की है. मंगलवार को राजकुमार वैश्य की इस कामयाबी से खुश होकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद उनके घर पर गए और उन्हें सम्मानित किया.
नीतीश ने राजकुमार वैश्य को वस्त्र और पुस्तक भेंट करके उन्हें उम्र के इस पड़ाव में पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए सम्मानित किया. राजकुमार को नीतीश ने जो वस्त्र भेंट में दिया, वह महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष और पुस्तक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश पर्व से जुड़े हैं.
दिलचस्प बात यह है कि साल 2017 में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले राजकुमार वैश्य के पुत्र संतोष कुमार एनआईटी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रोफेसर रह चुके हैं.
राजकुमार वैश्य से मिलने पर नीतीश कुमार ने कहा कि वह काफी दिनों से उनसे मिलना चाह रहे थे, मगर चार फरवरी को एनआईटी के एल्युमिनी मीट में नीतीश की मुलाकात संतोष कुमार से हुई, जिसके बाद उन्होंने मंगलवार को उनके पिता राजकुमार वैश्य से मिलने का कार्यक्रम तय किया.
नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान राजकुमार वैश्य ने 98 वर्ष की उम्र में पढ़ाई करने की दो वजहें बताईं. वैश्य ने पहली वजह यह बताई कि उनके घर में पढ़ाई का माहौल है और पढ़ने का शौक मन में होने के कारण ही इस उम्र में उन्होंने अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा पास की. दूसरी वजह वैश्य ने बताया कि वह आने वाली पीढ़ी को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना चाहते थे और इसी वजह से इस उम्र में उन्होंने पढ़ाई करने का संकल्प लिया.