Advertisement

नीतीश कुमार बोले- फरक्का बांध तोड़ना ही है समाधान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले 10-15 वर्षों से बिहार में गंगा की दुर्दशा का मामला केंद्र के सामने उठाता रहा हूं लेकिन केंद्र सरकार है कि सुनने का नाम ही नहीं लेती.

नीतीश कुमार नीतीश कुमार
प्रियंका झा/सुजीत झा
  • पटना,
  • 24 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 2:04 AM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जबतक बिहार में गंगा से सिल्ट की समस्या को दूर नहीं किया जाएगा तब तक पीएम मोदी के नमामि गंगे की परिकल्पना पूरी नहीं हो सकती।. गंगा की स्वच्छता इसकी विरलता पर निर्भर है.

फरक्का बांध को तोड़ दे सरकार
बिहार में गंगा के बढ़ते जलस्तर और उससे मची तबाही पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बातचीत की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृहमंत्री से आग्रह किया कि बिहार में गंगा के अध्ययन के लिए वैसे विशेषज्ञों को भेजें जिनके दिमाग पूरी तरह खुले हों. मुख्यमंत्री का स्पष्ट तौर पर मानना है कि बिहार में गंगा का जो हाल हुआ है उसकी वजह है फरक्का बांध. गंगा में गाद (सिल्ट) के जमने के कारण गंगा में पानी का जलस्तर बढ़ता है और आसपास के इलाके में फैल जाता है. उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से ये भी कहा कि फरक्का बांध को तोड़ देना ही समस्या का समाधान है.

Advertisement

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले 10-15 वर्षों से बिहार में गंगा की दुर्दशा का मामला केंद्र के सामने उठाता रहा हूं लेकिन केंद्र सरकार है कि सुनने का नाम ही नहीं लेती. केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार हो या फिर नरेंद्र मोदी की सरकार, गंगा की दुर्दशा को लेकर लगातार आवाज उठती रही है. लेकिन समस्या के समाधान की बात तो दूर उस पर विचार-विमर्श तक नहीं हुआ. नीतीश कुमार ने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में जब पवन बंसल जल संसाधन सचिव थे उस वक्त भी उन्होंने फरक्का बांध तोड़ने की बात कही थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement