
मकर संक्राति के मौके पर आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने अपने घर पर विशेष भोज की व्यवस्था की. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए. लालू ने इस मौके पर नीतीश कुमार के माथे पर दही का तिलक भी लगाया. आरजेडी अध्यक्ष ने कहा, 'तिलक इसलिए लगाया गया है ताकि नीतीश कुमार को विपक्षी बीजेपी के तंत्र-मंत्र से बचाया जा सके. बीजेपी हमारी गठबंधन की सरकार पर संदेह करती है, उनके इस प्रयास को सफल नहीं होने देने के लिए यह टीका है.'
लालू ने परोसा नीतीश के लिए भोज
लालू ने खुद सीएम नीतीश कुमार के लिए भोजन परोसा. नीतीश यहां लालू के बेटे
और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बगल में बैठे थे. आरजेडी प्रमुख पर बिहार सरकार के कामकाज को प्रभावित करने और 'सुपर चीफ मिनिस्टर' की तरह व्यवहार करने के आरोप लगते रहे हैं. पिछले दिनों उन पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को निर्देश देने का आरोप लगा था. गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हैं. आरोपों के जवाब में लालू ने कहा कि वह बिहार में बेहतर शासन के लिए काम कर रहे हैं.
सरकार पर लगे जंगलराज वापसी के आरोप
सरकार बनने के बाद से एक बार फिर प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. इस वजह से विपक्ष की ओर से बार-बार जंगलराज की बात की जा रही है. लालू और नीतीश के पार्टी के विधायक भी इस मामले में नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. ऐसे समय में एक साथ लंच का यह आयोजन माहौल को ठीक करने की एक कोशिश मानी जा रही है. लालू और राबड़ी के आवास पर आयोजित भोज के लिए 32 कुंटल दही और 32 कुंटल चूड़ा का इंतजाम किया गया.
90 के दशक में लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान प्रदेश में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और आपराधिक घटनाएं हुई थीं. 2013 में चारा घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद आरजेडी सुप्रीमो के चुनाव लड़ने की योग्यता खत्म हो गई. लालू ने फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील की है. इसके साथ ही लालू ने कुछ और नेताओं के यहां आयोजित भोज में भी हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि बिहार में आरजेडी और जेडीयू की सरकार 20 साल तक राज करेगी.